नई दिल्ली। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने गुरुवार को जून तिमाही के लिए सोने की मांग और सप्लाई को लेकर रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक जून तिमाही के दौरान भारत में सोने के आयात में करीब 39 प्रतिशत की गिरावट आई है। WGC ने ये भी कहा है कि 2018 की पहली छमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 9 साल के निचले स्तर पर आ गई है।
पहली छमाही में मांग 9 साल के निचले स्तर पर
WGC के मुताबिक 2018 की पहली छमाही यानि जनवरी से जून 2018 के दौरान वैश्विक स्तर पर 1959.9 टन दर्ज की गई है जो 2009 के बाद किसी भी वर्ष में किसी छमाई में सबसे कम मांग है। WGC के मुताबिक एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स (ETF) की मांग में आई कमी की वजह से सोने की मांग घटी है। जून तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने के एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स की मांग सिर्फ 33.8 टन दर्ज की गई है। 2018 की पहली छमाही में ETF की कुल मांग 60.9 टन है।
भारत में सोने का आयात 38 प्रतिशत घटा
WGC के मुताबिक भारत में सोने के आयात में लगातार कमी आ रही है, मार्च तिमाही के बाद अब जून तिमाही में भी आयात घटा है। WGC की रिपोर्ट के मुताबिक जून तिमाही के दौरान भारत में सिर्फ 170.6 टन सोने का आयात हुआ है और यह वित्तवर्ष 2017-18 की जून तिमाही के मुकाबले 38 प्रतिशत कम है। आयात में कमी की वजह से मांग को पूरा करने के लिए रिसाइकल सोने का इस्तेमाल किया जा रहा है। WGC के मुताबिक जून तिमाही के दौरान भारत में रिसाइकल सोने की सप्लाई 8 प्रतिशत बढ़कर 32 टन दर्ज की गई है। हालांकि रिसाइकल सोने की सप्लाई के बावजूद जून तिमाही में कुल सप्लाई में 29 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
ज्वैलरी के लिए भी घटी मांग
WGC के मुताबिक जून तिमाही के दौरान भारत में ज्वैलरी के लिए भी सोने की मांग में करीब 8 प्रतिशत कमी देखने को मिली है, अप्रैल से जून के दौरान ज्वैलरी के लिए 147.9 टन सोने की मांग दर्ज की गई है जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की जून तिमाही में यह 161 टन थी।
सोने के सिक्कों और छड़ों की मांग भी घटी
WGC के मुताबिक भारत में सोने के सिक्कों और छड़ों के लिए भी मांग में कमी देखी जा रही है, जून तिमाही के दौरान इनके लिए मांग में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है, कुल मांग 39.3 टन दर्ज की गई है जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की जून तिमाही में यह आंकड़ा 41.6 टन था। जबकि दूसरी ओर चीन में सोने के सिक्कों और छड़ों के लिए जून तिमाही में मांग 11 प्रतिशत बढ़ी है।