मुंबई। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आर्थिक विकास और अधिक पारदर्शिता से सोने की डिमांड बढ़ने की संभावना है। WGC ने कहा कि 2020 तक सोने की डिमांड 950 टन पहुंच सकती है। हालांकि, 2017 में सोने की घरेलू खपत 650 से 750 टन तक रह सकती है।
2020 तक 950 टन खपत की उम्मीद
- WGC ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले साल की गिरावट के बाद इस साल सोने की मांग बढ़ने की संभावना है।
- रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में उपभोक्ता 650 से 750 टन के बीच सोना खरीद सकते हैं।
- हालांकि, समय के साथ आर्थिक विकास और पारदर्शिता से सोने की मांग बढ़ेगी।
- 2020 तक देश में सोने की मांग 850 से 950 टन के बीच रहने की उम्मीद है।
सुरक्षित निवेश के लिए सबसे वेहतर विकल्प
- काउंसिल यह भी मानती है कि इस साल देश के आर्थिक हालात में सुधार की गुंजाइश काफी अधिक है।
- इसका असर विभिन्न क्षेत्रों की मांग पर भी होगा।
- काउंसिल ने बीते साल ही एक सर्वे कराया था जिसमें 63 फीसद लोगों ने कहा था कि वे किसी भी देश की मुद्रा से ज्यादा निवेश के लिए सोने पर भरोसा करते हैं।
- साथ ही 73 फीसद लोगों का मानना है कि लंबी अवधि के लिए सोना उन्हें सुरक्षा का आभास देता है।
नोटबंदी से ज्वैलर्स को होगा फायदा
- रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी का फायदा बड़े ज्वैलर्स रिटेलर्स को होगा और उनका मार्केट के बड़े हिस्से पर कब्जा रहेगा।
- डब्ल्यूजीसी ने कहा कि आने वाले समय में लोग कैश को छोड़ डिजिटल पेमेंट का अधिक इस्तेमाल करेंगे।
- इसका फायदा संगठित ज्वैलर्स को मिलेगा। बाजार में हो रहे बदलाव से अधिक पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ताओं को भी फायदा मिलेगा।