साल 2019 के दौरान भारत में सोने की मांग में 9 फीसदी की गिरावट देखने मिली है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारतीयों ने 690 टन सोने की खरीद की। वहीं साल 2018 में सोने की कुल खरीद का आंकड़ा 760 टन था। रिपोर्ट के मुताबिक सोने की मांग में गिरावट कीमतों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की वजह से देखने को मिली है। साथ ही अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से भी लोगों ने सोने की कम खरीद की।
साल 2019 में सोने की कीमतों में 2018 के मुकाबले 24 फीसदी तक बढ़त दर्ज की गई थी। इस वजह से मांग में गिरावट दर्ज हुई है। कीमतों में बढ़त की वजह से ही कम सोना खरीदने के बावजूद भारतीय उपभोक्ताओं ने सोने पर 3 फीसदी ज्यादा रकम खर्च की। 2019 में उपभोक्ताओं ने 2.18 लाख करोड़ कीमत का सोना खरीदा, हालांकि 2018 में ये आंकड़ा 2.12 लाख करोड़ का था। पिछले साल निवेश के लिए सोने की मांग पर ज्यादा असर देखने को मिला। सोने के सिक्कों और बार की मांग 10 फीसदी गिरी है। रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि 2020 में इंडस्ट्री ज्यादा पारदर्शी और संगठित होगी, जिससे ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा और निवेश मांग में तेजी दर्ज होगी। हालांकि काउसिंल का मानना है कि टैक्स दरों को लेकर अनिश्चितता और घटते मार्जिन छोटी अवधि में इंडस्ट्री पर दबाव बनाए रख सकते हैं। पिछले साल सोने के आयात में 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। रिपोर्ट के मुताबिक सोने के बदले सोना खरीदने में 37 फीसदी की बढ़त हुई है जिससे इंपोर्ट घटा है।
काउंसिल को उम्मीद है कि साल 2020 में एक बार फिर सोने की मांग में तेजी देखने को मिलेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साथ एक बार फिर सोने की खरीद बढ़ेगी, अनुमान के मुताबिक इस साल भारतीय ग्राहक 700 से 800 टन के बीच सोने की खरीदारी कर सकते हैं। सोने की खपत के मामले में भारत चीन के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।