नई दिल्ली। एफएमसीजी सेक्टर की दो बड़ी कंपनिय़ों ने आज अपने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिये। मंगलवार को एचयूएल ने अपनी दूसरी तिमाही और नेस्ले इंडिया ने तीसरी तिमाही में प्रॉफिट में बढ़त की जानकारी दी। नेस्ले इंडिया जनवरी से दिसंबर का वित्त वर्ष का पालन करती है। नतीजों के मुताबिक एचयूएल का नेट प्रॉफिट 9 प्रतिशत वहीं नेस्ले इंडिया का प्रॉफिट 5 प्रतिशत बढ़ा है।
कैसा रहे एचयूएल के नतीजे
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने मंगलवार को बताया कि 30 सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान उसकी प्रॉफिट 9 प्रतिशत बढ़कर 2,187 करोड़ रुपये हो गई। एचयूएल ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बिक्री से आय 11.31 प्रतिशत बढ़कर 12,812 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 11,510 करोड़ रुपये थी। जानकारी के मुताबिक इस दौरान एचयूएल का कुल खर्च 10,129 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 9,054 करोड़ रुपये था। नतीजों के बाद एचयूएल के सीएमडी संजीव मेहता ने कहा, ‘‘सितंबर तिमाही के दौरान कारोबारी स्थितियों में क्रमिक रूप से सुधार देखा गया, हालांकि लागत मुद्रास्फीति के अभूतपूर्व स्तर और उपभोक्ता भावनाओं के सुस्त होने के चलते चुनौतियां भी थीं। ऐसे हालात में हमने एक मजबूत प्रदर्शन किया, और मुनाफा वृद्धि दर्ज की।’’ उन्होंने आगे के प्रदर्शन के बारे में कहा कि एचयूएल मांग में सुधार को लेकर सावधानी के साथ आशावादी है।
कैसे रहे नेस्ले के नतीजे
वहीं नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि घरेलू बाजार में तेजी के चलते सितंबर, 2021 में समाप्त तीसरी तिमाही के लिए उसका शुद्ध लाभ 5.15 प्रतिशत बढ़कर 617.37 करोड़ रुपये हो गया। गौरतलब है कि कंपनी जनवरी-दिसंबर के वित्त वर्ष का अनुसरण करती है। नेस्ले इंडिया ने शेयर बाजार को बताया कि उसने एक साल पहले इसी अवधि में 587.09 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी शुद्ध बिक्री 9.63 प्रतिशत बढ़कर 3,864.97 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3,525.41 करोड़ रुपये थी। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा कि इस तिमाही में एक बार फिर सभी श्रेणियों में घरेलू बिक्री में मूल्य के हिसाब से वृद्धि दोहरे अंकों में रही। नेस्ले इंडिया ने कहा की इस दौरान घरेलू बिक्री में 10.1 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि निर्यात बिक्री में 1.30 प्रतिशत का इजाफा हुआ।