Wednesday, December 25, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बाजार
  4. नियम कड़े होने के बाद HSBC, UBS ने P-Note जारी करना किया बंद

नियम कड़े होने के बाद HSBC, UBS ने P-Note जारी करना किया बंद

नियामक और प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा दुरूपयोग को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बाद HSBC और UBS समेत कई विदेशी निवेशकों ने P-Note जारी करना बंद कर दिया है।

Manish Mishra
Updated : February 19, 2017 18:49 IST
नियम कड़े होने के बाद HSBC, UBS ने P-Note जारी करना किया बंद
नियम कड़े होने के बाद HSBC, UBS ने P-Note जारी करना किया बंद

नई दिल्ली। HSBC और UBS समेत कई विदेशी निवेशकों ने विवादास्पद P-Note जारी करना बंद कर दिया है। इसका कारण नियामक और प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा इसके दुरूपयोग को रोकने के लिये उठाए गये कदम हैं। एक समय P-Note भारतीय बाजारों में निवेश के लिये विदेशी निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय माध्यम था लेकिन अब इसमें कमी आयी है।

यह भी पढ़ें : टेक महिंद्रा को उम्‍मीद, वोडाफोन-आइडिया के विलय से मिलेगा कंपनी को ज्‍यादा कारोबार

संदिग्‍ध मामलों की चल रही है जांच

  • भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने आगे की कार्रवाई के लिये उन विदेशी फंड हाउस की सूची सौंपी है जो विदेशों से निवेश के इस साधन, ऑफशोर डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट (ODI) भारतीय नागरिकों को जारी करते पाए गए।
  • ODI को आमतौर पर पार्टिसिपेटरी नोट (P-Note) के रूप में जाना जाता है।
  • वहीं एनआरआई, भारतीय मूल के लोगों तथा कई अन्य संदिग्ध मामलों में जांच जारी है।
  • P-Note भारतीयों, प्रवासी भारतीयों या भारतीय मूल के लोगों को जारी करने की अनुमति नहीं है।
  • इसके अलावा, एक अन्य सूची में उन निवेशकों के नाम साझा किए गए हैं जिन्होंने 10-10 करोड़ डॉलर से अधिक का निवेश P-Note के माध्यम से किए।

SEBI ने तेज की जांच

  • SEBI ने अवैध धन की हेराफेरी में इसके दुरूपयोग को लेकर कार्रवाई में तेजी के बीच P-Note जारी करने वाले निवेशकों के साथ इसके जरिए भारतीय बाजारों में धन लगाने वालों की जांच तेज कर दी है।
  • एक समय यह उन निवेशकों में काफी लोकप्रिय था जिन्होंने सीधे भारतीय बाजार में प्रवेश नहीं करना चाहते थे और पंजीकृत FPI द्वारा उपलब्ध इस साधन के जरिए निवेश करते थे।

यह भी पढ़ें :IT इंडस्‍ट्री में बड़े पैमाने पर छंटनी के आसार, 65% IT कर्मियों को नहीं किया जा सकता प्रशिक्षित : Capgemini

  • उच्चतम न्यायालय द्वारा कालेधन पर नियुक्त विशेष जांच दल (SIT) के सुझावों समेत लगातार नियमों को कड़ा किये जाने से P-Note के जरिए निवेश में काफी कमी आई है।
  • दस साल पहले कुल विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में जहां P-Note की हिस्सेदारी 56 प्रतिशत थी वहीं अब यह सात प्रतिशत से कम रह गई है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Market News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement