नई दिल्ली। निवेश योग्य उच्च संपदा रखने वाले स्थानीय लोग यानि HNI और प्रमुख वित्तीय संस्थानों ने संकट में फंसे यस बैंक में निवेश करने की इच्छा दिखाई है। मार्केट एनालिस्ट ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के निदेशक संजीव भसीन ने कहा कि काफी लोग यस बैंक में पैसा लगाना चाहते हैं क्योंकि बैंक के शेयर में काफी गिरावट आ चुकी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवेशक, म्यूचुअल फंड, एएमसी, एचएनआई के साथ आईसीआईसीआई और एचडीएफसी ने यस बैंक में निवेश करने की इच्छा जताई है। भसीन ने कहा कि आईसीआईसीआई, एचडीएफसी के साथ व्यक्तिगत एचएनआई मसलन राधाकिशन दमानी, राकेश झुनझुनवाला और कुछ म्यूचुअल फंड इसमें शामिल हैं।
वहीं यस बैंक के प्रशासक प्रशांत कुमार ने कहा है कि बैंक की पूंजी जुटाने के लिए विभिन्न निवेशकों से बातचीत चल रही है। रिजर्व बैंक ने पिछले बृहस्पतिवार को यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया था।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा कि हमारा अनुमान है कि यस बैंक को 778 करोड़ रुपये का घाटा होगा। इसकी वजह बैंक का कॉरपोरेट एनपीए सामने आना है। इनमें एडीएजी एनबीएफसी, कुछ रीयल एस्टेट कंपनियों के खाते और 2018-19 के लंबित एनपीए से संबंधित प्रावधान शामिल हैं। एमके ने कहा कि एसबीआई द्वारा यस बैंक में हिस्सेदारी की खरीद के बाद बैंक को पहले चरण के पुनर्गठन में तत्काल पूंजी समर्थन मिलेगा। एसबीआई के एंकर निवेशक होने की वजह से भविष्य में भी बैंक को पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी।