नई दिल्ली। एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ सितंबर, 2021 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 18 प्रतिशत बढ़कर 9,096 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, बैंक की गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में मामूली बढ़ोतरी हुई है। देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,703 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था। बैंक ने बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल एकीकृत आय बढ़कर 41,436.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 38,438.47 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक का एकीकृत ऋण 10,88,948 करोड़ रुपये से 14.7 प्रतिशत बढ़कर 12,49,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एकल आधार पर कराधान के लिए 3,048.3 करोड़ रुपये के बाद बैंक ने 8,834.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से 17.6 प्रतिशत अधिक है।
एकल आधार पर एक साल पहले समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 7,513.1 करोड़ रुपये रहा था। बयान में कहा गया है कि दूसरी तिमाही में बैंक की एकल आय बढ़कर 38,754.16 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 36,069.42 करोड़ रुपये थी। सितंबर, 2021 में समाप्त तिमाही के लिए शुद्ध ब्याज आय पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 15,776.4 करोड़ रुपये से 12.1 प्रतिशत बढ़कर 17,684.4 करोड़ रुपये हो गई। समीक्षा तिमाही में बैंक का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 17.5 प्रतिशत बढ़कर 11,882.6 करोड़ रुपये हो गया। परिसंपत्तियों की बात करें तो, बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) मामूली बढ़ गईं। 30 सितंबर, 2021 तक कुल कर्ज पर बैंक का एनपीए 1.35 प्रतिशत हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही के अंत में यह 1.08 प्रतिशत था। मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए महामारी के प्रभाव के कारण बढ़कर 16,346.07 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के अंत में 11,304.60 करोड़ रुपये था। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 0.17 प्रतिशत (1,756.08 करोड़ रुपये) से 0.40 प्रतिशत (4,755.09 करोड़ रुपये) हो गया। डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्च के लिए बैंक का प्रावधान बढ़कर 3,924.66 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 3,703.50 करोड़ रुपये था।