नई दिल्ली। शेयर बाजारों में इस सप्ताह कारोबार की दिशा गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के कल आने वाले नतीजों से तय होगी। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। इसके अलावा निवेशकों की निगाह वैश्विक कारकों मसलन अमेरिकी कर सुधारों तथा कच्चे तेल की कीमतों पर रहेंगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि इस सप्ताह बाजार को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों से दिशा मिलेगी। इसके अलावा निवेशकों की संसद के शीतकालीन सत्र पर भी निगाह रहेगी।
नायर ने कहा कि यदि नतीजे एक्जिट पोल से अलग आते हैं तो इससे निकट भविष्य में मध्यम अवधि में बाजार की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चुनाव नतीजों के बाद बाजार की निगाह वैश्विक संकेतों तथा अमेरिकी कर सुधारों पर होगी। एक्जिट पोल में गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनों स्थानों पर भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलते दिखाया गया है।
कोटक सिक्योरिटीज की उपाध्यक्ष (पीसीजी शोध) टीना वीरमानी ने कहा कि आगे चलकर बाजार की दिशा 18 दिसंबर को आने वाले चुनाव नतीजों तथा संसद के शीतकालीन सत्र से तय होगी। वैश्विक स्तर पर निवेशकों की निगाह अमेरिकी कर सुधारों तथा कच्चे तेल की कीमतों पर रहेगी।
अरिहंत कैपिटल मार्केट्स की पूर्णकालिक निदेशक अनीता गांधी ने कहा कि चुनाव नतीजे वाले दिन सोमवार को हम बाजार में संभवत: उत्साहवर्धक रुख को जारी रहते देख सकते हैं। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 212.67 अंक या 0.63 प्रतिशत चढ़ा। वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज के निफ्टी में 67.60 अंक या 0.65 प्रतिशत की तेजी आई।
सैमको सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा कि नतीजे आने के बाद बाजार में उत्साह का रुख आ सकता है। हालांकि, उसके बाद इसमें फिर करेक्शन शुरू हो सकता है। सिर्फ एक और सप्ताह तक बाजार में सक्रियता रहेगी। उसके बाद पूरी दुनिया में नए साल की छुट्टियों का मूड बन जाएगा। संसद की गतिविधियों पर बाजार की निगाह होगी।