नई दिल्ली। इस साल ग्वारगम निर्यात शुरुआत में पिछड़ने के बाद अब सुधरने लगा है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2018-19 के शुरुआती 4 महीने यानि अप्रैल से जुलाई 2018 के दौरान हुआ ग्वारगम निर्यात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले आगे निकल गया है। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से जुलाई में इस साल 177748 टन ग्वारगम का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल इस दौरान देश से 177506 टन ग्वारगम का निर्यात हुआ था।
ग्वारसीड की खेती की बात करें तो अबतक हुई खेती पिछले साल के मुकाबले कुछ आगे निकल गई है। देश में ग्वारसीड की खेती मुख्य तौर पर 3 राज्यों यानि राजस्थान, हरियाणा और गुजरात में होती है। राजस्थान और हरियाणा में तो खेती पिछले साल से आगे है लेकिन गुजरात में काफी पिछड़ी हुई है।
कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में 24 अगस्त तक 30.68 लाख हेक्टेयर में ग्वार की खेती हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान 28.45 लाख हेक्टेयर में फसल लगी थी। हरियाणा की बात करें तो वहां पर इस साल 20 अगस्त तक 2.48 लाख हेक्टेयर में ग्वारसीड की फसल लगी है जबकि पिछले साल 2.46 लाख हेक्टेयर में खेती हुई थी। हालांकि गुजरात में इस साल ग्वारसीड की खेती बहुत ज्यादा पिछड़ी हुई है, आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 20 अगस्त तक सिर्फ 96668 हेक्टेयर में खेती दर्ज की गई है जबकि पिछले साल 1.89 लाख हेक्टेयर में खेती हो गई थी।