नई दिल्ली। मंगलवार को केंद्र सरकार ने SUUTI (अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया) के जरिए देश की बड़ी तंबाकू और FMCG कंपनी ITC में 2 फीसदी हिस्सा बेच दिया है। इस हिस्सा से सरकार को करीब 6700 करोड़ रुपए मिले है। अब ITC में सरकार की हिस्सेदारी 11.2 फीसदी से घटकर 9.12 फीसदी रह गई है। हालांकि हिस्सा बिक्री के बावजूद ITC का शेयर 1 फीसदी बढ़कर 279.50 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
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किसने खरीदा हिस्सा
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ITC में 2 फीसदी हिस्सा सरकारी बीमा कंपनी LIC ने खरीदा है। हालांकि एक्सचेंज (BSE, NSE) पर अभी तक हिस्सा खरीद की जानकारी नहीं है।
मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में विनिवेश के जरिए 37 हजार करोड़ जुटाए
- इस बिक्री के साथ सरकार ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में विनिवेश से कुल 37,000 करोड़ रुपए जुटा लिए जबकि लक्ष्य 56,500 करोड़ रुपए का है।
क्या है SUUTI
- यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) के दो टुकड़े करने के बाद साल 2003 में SUUTI अस्तित्व में आई।
- सरकार ने सारे गारंटीड रिटर्न स्कीम्स SUUTI के तहत ले लिए, जबकि रेग्युलर म्यूचुअल फंड स्कीम्स को यूटीआई में ट्रांसफर कर दिया गया जोअब यूटीआई म्यूचुअल फंड के नाम से जाना जाता है।
SUUTI के जरिए कई प्राइवेट कंपनियों में हैं सरकार की हिस्सेदारी
- आईटीसी के अलावा सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के बैंक Sक्सिस बैंक में 12 फीसदी और कंस्ट्रक्शन और इंजिनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी L&T में भी 6.7 फीसदी की हिस्सेदारी ले रखी है।
- SUUTI में अपने शेयरों के निवेश सरकार की फंड जुटाने की रणनीति का ही हिस्सा है।
- ITC के शेयरों की बिक्री भी इस रणनीति के तहत की गई है।