नई दिल्ली। गोल्ड बॉन्ड स्कीम को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने गोल्ड बॉन्ड स्कीम में सालाना निवेश लिमिट को 8 गुना बढ़ा दिया है। पहले इस स्कीम के जरिए 500 ग्राम तक के गोल्ड बॉन्ड खरीदा जा सकते थे लेकिन ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को इस स्कीम की तरफ आकर्षित करने के लिए अब इस लिमिट को 500 ग्राम से बढ़ाकर 4 किलो तक कर दिया गया है।
सरकार ने इस स्कीम को नवंबर 2015 में लॉन्च किया था और इस स्कीम का मकसद था कि फिजिकल सोना खरीदने वालों को निवेश का दूसरा विकल्प दिया जाए ताकि वह सोने को खरीदने के बजाय दिए गए विकल्प में निवेश कर सकें। ऐसा करने से देश में सोने के आयात में गिरावट आती और बहूमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत होती।
स्कीम में विकल्प के तौर पर सरकार ने गोल्ड बॉन्ड जारी किए और सरकार का लक्ष्य था कि हर साल निवेश के लिए खरीदे जाने वाले करीब 300 टन सोने की जगह निवेशक इन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करें। स्कीम में सरकार ने साल 2015-16 में करीब 15,000 करोड़ रुपए और 2016-17 में करीब 10,000 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य तय किया था लेकिन अबतक इस स्कीम में कुल मिलाकर सिर्फ 4,769 करोड़ रुपए का ही निवेश हो पाया है।
कम निवेश को देखते हुए सरकार ने अब इस स्कीम को आकर्षक बनाने के लिए निवेश की लिमिट को 8 गुना बढ़ाया है। पहले निवेश इस स्कीम के जरिए सालाना सिर्फ 500 ग्राम सोने की कीमत के बराबर ही गोल्ड बॉन्ड खरीद पाते थे लेकिन अब 4 किलो सोने की कीमत के बराबर खरीद सकेंगे।