नयी दिल्ली। शादी के सीजन में भी सोना-चांदी के दाम में गिरावट देखी जा रही है। सर्राफा बाजार में एक बार फिर सोने-चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली है। सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी बने रहने का असर भारतीय बाजारों में सोने-चांदी के भाव पर पड़ा है। साथ ही कोरोना वैक्सीन को लेकर आ रही पॉजिटिव खबरों से भी सोने के दाम पर दबाव बढ़ रहा है। विदेशी बाजारों में कीमती धातुओं के दामों में गिरावट आने से घरेलू बाजार में सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव देखा गया है।
दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार (11 दिसंबर) को सोना 102 रुपए की गिरावट के साथ 48,594 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 48,696 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चांदी की कीमत भी 16 रुपए की मामूली गिरावट के साथ शुक्रवार (11 दिसंबर) को 62,734 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछला बंद भाव 62,750 रुपये प्रति किलोग्राम था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों ही क्रमश: 1,836 डॉलर प्रति औंस और 23.92 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित चल रहे थे।
आगे भी घट सकते हैं सोना-चांदी के दाम
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक तपन पटेल ने कहा, ‘‘मिले जुले वैश्विक संकेतों के बीच सोने की कीमतों में एक सीमित दायरे में कारोबार हुआ जहां निवेशकों को अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज का इंतजार है।’’ जानकारों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट के कारण भारत में भी सोना-चांदी के भाव में कमी दर्ज की जा रही है। साथ भी आगे भी सोने-चांदी के दाम में कमी देखने को मिल सकती है।
जानिए सोने-चांदी में क्यों आ रही है गिरावट?
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकनॉमी में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। हालांकि, जानकारों की मानें तो लंबी अवधि के लिए सोना अभी भी निवेश का अच्छा विकल्प है।