नई दिल्ली। घरेलू सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के भाव में फिर जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है, क्योंकि पितृपक्ष समाप्त होने के बाद 29 नवंबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं जब महंगी धातुओं की खरीदारी जोर पकड़ने वाली है। ऐसे में सोने का भाव फिर एक बार 40,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर जा सकता है। कमोडिटी बाजार विश्लेषकों की मानें तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना आगामी त्यौहारी सीजन में भारतीय बाजार में 40,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर जा सकता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में 1,500-1,600 डॉलर प्रति औंस के बीच कारोबार देखने को मिल सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की तेजी तथा रुपए के कमजोर होने से दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 162 रुपए की तेजी के साथ 39,182 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मंगलवार को 24 कैरेट सोने का भाव 39,020 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। सोने की तेजी के अनुरूप चांदी की कीमत भी 95 रुपए बढ़कर 48,815 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। विगत दिन के कारोबार में यह 48,720 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक टकराव और खाड़ी क्षेत्र के जियोपॉलिटिक टेंशन (भू-राजनीतिक तनाव) के कारण निवेशकों का रुझान लगातार सोने में बना हुआ है क्योंकि निवेशक मौजूदा वैश्विक माहौल में सुरक्षित निवेश के साधन तलाश रहे हैं जिसमें सोना उनकी पहली पसंद है।
भारत में आगे धनतेरस और दिवाली का त्यौहार है, जिसे सोने और चांदी समेत नई चीजें खरीदने का शुभ मुहुर्त बना जाता है। जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट शांति भाई पटेल ने कहा कि नवरात्र से शुरू होने वाली खरीदारी आगे धनतेरस और दिवाली तक जोरों पर रहेगी। इसके बाद आगे शादी का सीजन शुरू हो रहा है, जिससे घरेलू बाजार में सोने और चांदी की मांग बनी रहेगी।
वहीं, जयपुर के आभूषण कारोबारी सुशील मेघराज का कहना है कि सोने और चांदी में इस साल लगातार तेजी का रुझान है और जब महंगी धातुओं में तेजी रहती है तो खरीदारी ज्यादा होती है। आमतौर पर कोई वस्तु जब सस्ती होती है तो लोग उसकी खरीदारी ज्यादा करते हैं, लेकिन सर्राफा बाजार का नजरिया कुछ अलग ही है। कारोबारी बताते हैं कि यह नियम सिर्फ उपभोक्ता वस्तुओं में लागू होता है, निवेश के साधन में नहीं। सोना और चांदी की खरीदारी का मकसद निवेश भी होता है।
केडिया ने बताया कि अमेरिका में 10 साल के बांड से मिलने वाली आय कम होने से और डॉलर में कमजोरी रहने से सोने के भाव को सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने बताया कि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की एपसीडीआर गोल्ड होल्डिंग पिछले सप्ताह 908.52 टन हो गई, जोकि नवंबर 2016 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।
वहीं, मुंबई कमोडिटी कंसल्टेंट टी. गणशेखर ने कहा कि अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक तनाव के कारण वैश्विक आर्थिक विकास की रफ्तार सुस्त पड़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को सपोर्ट मिल रहा है जिससे अगले महीने भाव 1,600 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। वहीं, घरेलू सर्राफा बाजार में 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर का भाव देखने को मिल सकता है। कारोबारियों ने बताया कि त्योहारी सीजन में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए आभूषण कारोबारी मेकिंग पर 15-20 प्रतिशत की छूट देने की विशेष पेशकश करने वाले हैं।