नई दिल्ली। साल 2016 के पहले महीने से सोने में जारी तेजी अब थम गई है। पिछले तीन महीनों में सोने के भाव ऊपरी स्तर से 2500 रुपए प्रति दस ग्राम तक गिर चुके है। माना जा रहा है कि अगले तीन महीने में घरेलू मार्केट में सोना 4 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो सकता है और इसके भाव 26 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक आ सकते हैं।
इसका प्रमुख कारण है यह है कि फेडरल रिजर्व की 13-14 दिसंबर को होने वाली बैठक में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।
इसके अलावा यूरोपीय सेंट्रल बैंक के राहत पैकेज यानी बॉन्ड खरीदारी प्रोग्राम बंद करने की खबरों के चलते सोने की कीमतों पर दबाव और बढ़ा है। दुनिया के सबसे बड़े खरीदार देशों चीन और भारत से घटती डिमांड से भी सोने की कीमतों पर दबाव बन रहा है।
4,000 रुपए तक सस्ता हो सकता हैं सोना
केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि सोने के फंडामेंटल काफी कमजोर हैं। अब अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती हैंं तो सोना फिर से 26,450 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर आ सकता है। साथ ही सरकार के उठाए कदमों से भी सोने की डिमांड में लगातार कमी आ रही है।
दिवाली तक सोना आ सकता है 29 हजार के भाव पर
बुलियन एसोसिएशन के पूर्व प्रेसीडेंट और हुन्डिया एक्सपोर्ट के डायरेक्टर सुरेश हुन्डिया ने paisa.khabarindiatv.com को खास बातचीत में बताया कि सोने की कीमतों में आगे भी गिरावट की संभावनाएं बन रही हैंं। दिवाली तक सोने के भाव गिरकर 29,000 रुपए प्रति दस ग्राम होने की उम्मीद है।
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जुलाई से अब तक 2500 रुपए सस्ता हुआ सोना
- जुलाई के ऊपरी स्तर से सोने में अबतक 2500 रुपए प्रति दस ग्राम की गिरावट आ चुकी है।
- पिछले 2 महीने में इसका भाव 2,500 रुपए लुढ़क गया है।
- सर्राफा बाजार में सोने का भाव 3 महीने के निचले स्तर 30,500 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया है।
- दो महीने में चांदी भी करीब 6,000 रुपए प्रति किलो टूट चुकी है।
इन कारणों से आ सकती है सोने में गिरावट
- मॉॉर्गन स्टेनली ने अपनी हाल में जारी रिपोर्ट में कहा है कि ईसीबी (यूरोपीय सेंट्रल बैंक) मार्च तक अपने राहत पैकेज में कटौती कर सकता है। इसीलिए सोने की कीमतों में गिरावट आने की आशंका है।
- अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के अधिकारी ने अपने बयान में कहा है कि इस साल ब्याज दरों में एक फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
- अमेरिकी डॉलर 2 महीने और रुपया 1 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया है। 1 सितंबर से 6 अक्टूबर तक डॉलर इंडेक्स 2 फीसदी बढ़ गया है।
- भारत में इस साल सोने का इंपोर्ट करीब 60 फीसदी घटा है। चांदी के इंपोर्ट में करीब 50 फीसदी की भारी गिरावट आई है।
- जनवरी-फरवरी की भारी गिरावट के बाद मार्च महीने में ग्लोबल मार्केट्स रिकवर हो चुके हैंं। अमेरिकी मार्केट 7.5 फीसदी और इमर्जिंग मार्केट में ब्राजील 23 फीसदी और रूस 9 फीसदी तक चढ़ चुका है। इसके अलावा भारत का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 7 फीसदी तक चढ़ चुका है। इसीलिए माना जा रहा है इन्वेस्टर्स का रुझान फिर से इक्विटी मार्केट की ओर बढ़ सकता है।