नई दिल्ली: धनतेरस से पहले आज सोना सस्ता हो गया है। सोने के दाम में आज गिरावट दर्ज की गई है जिसके बाद 10 ग्राम गोल्ड के नए रेट भी जारी किए गए है। अगर आप सोने में निवेश करना चाहते है तो हम आपको इस संबंध में जानकारी दे रहे है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को सोना 271 रुपये की गिरावट के साथ 46,887 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातु की कीमतों में गिरावट को दर्शाता है। पिछले कारोबार में यह कीमती धातु 47,158 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
चांदी भी 687 रुपये की गिरावट के साथ 63,210 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई, जो पिछले कारोबार में 63,897 रुपये प्रति किलोग्राम थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने ने 1,795 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 23.89 डॉलर प्रति औंस पर सपाट कारोबार किया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन ने कहा, "कोमेक्स में हाजिर सोने की कीमत 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ शुक्रवार को 1,795 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।"
बढ़ती मांग से रिफाइंड सोया वायदा कीमतों में तेजी
मांग बढ़ने की वजह से सटोरियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने के कारण वायदा कारोबार में शुक्रवार को रिफाइंड सोया तेल की कीमत 7.10 रुपये की तेजी के साथ 1,267.4 रुपये प्रति 10 किग्रा हो गई। एनसीडीईएक्स में रिफाइंड सोया तेल के नवंबर माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 7.10 रुपये अथवा 0.56 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,267.4 रुपये प्रति 10 किग्रा हो गई जिसमें 41,805 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि व्यापारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने के कारण मुख्यत: रिफाइंड सोया तेल वायदा कीमतों में तेजी आई।
ताजा सौदों की लिवाली से ग्वारसीड वायदा कीमतों में तेजी
हाजिर बाजार में मजबूती के रुख के कारण सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को ग्वारसीड की कीमत 147 रुपये की तेजी के साथ 7,127 रुपये प्रति 10 क्विन्टल हो गई। एनसीडीईएक्स में ग्वारसीड के नवंबर माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 147 रुपये अथवा 2.11 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,127 रुपये प्रति 10 क्विन्टल हो गई जिसमें 40,015 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि उत्पादक क्षेत्रों से मामूली आपूर्ति के कारण हाजिर बाजार में मजबूती के रुख को देखते हुए सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे ग्वारसीड वायदा कीमतों में तेजी आई।