नई दिल्ली। भारत का सोना आयात बीते वित्त वर्ष की अप्रैल-फरवरी की अवधि में लगभग 24 प्रतिशत घटकर 23.22 अरब डॉलर रह गया। इससे चालू खाते के घाटे (कैड) पर लगाम लगी रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में सोने का कुल आयात 30.71 अरब डॉलर रहा था।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स कहना है कि घरेलू व वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में नरमी के कारण इसके आयात में गिरावट आई।
सोने के आयात में गिरावट के कारण 2016-17 के 11 महीने के दौरान व्यापार घाटा घटकर 95.2 अरब डॉलर रह गया जो कि पूर्व वर्ष की समान अवधि में 114.3 अरब डॉलर रहा था। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार हालांकि मासिक आधार पर सोने का आयात फरवरी में बढ़कर 3.48 अरब डॉलर हो गया जो कि पिछले साल फरवरी में 1.4 अरब डॉलर रहा था।
उल्लेखनीय है कि भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है। यह आयात मुख्य रूप से ज्वैलरी इंडस्ट्री की मांग को पूरा करने के लिए होता है। वित्त वर्ष 2015-16 में चालू खाते का घाटा 22.1 अरब डॉलर या जीडीपी का 1.1 प्रतिशत रहा।
सोने की चमक बढ़ी, चांदी टूटी
मजबूत वैश्विक संकेतों और आभूषण विक्रेताओं की लिवाली में तेजी के कारण बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत तेजी दर्शाती 29,300 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुईं। हालांकि औद्योगिक इकाइयों के कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी 900 रुपए की गिरावट के साथ 42,000 रुपए के स्तर से नीचे 41,750 रुपए प्रति किलो पर बंद हुई।