नई दिल्ली। सोने का भाव शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर सर्वाधिक ऊंचाई के करीब पहुंच गया है। सोना शुक्रवार को एमसीएक्स पर शुरुआती कारोबार में 34,468 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि पिछले करीब छह साल का सबसे ऊंचा स्तर है। सोना एमसीएक्स पर 28 अगस्त 2013 को सर्वाधिक उच्च स्तर 35,074 रुपये प्रति 10 ग्राम को छुआ था। घरेलू वायदा व हाजिर बाजार में सोने में आई यह तेजी विदेशी बाजार से प्रेरित है जहां सोने का भाव 1,400 डॉलर प्रति औंस से उपर चला गया है। कॉमेक्स पर भी सोने का भाव सितंबर 2013 के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर है।
कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि हालिया भूराजनीतिक तनाव के बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती का संकेत दिए जाने के बाद सुरक्षित निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने में लगातार तेजी देखी जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पूर्वाह्न् 10.54 बजे अगस्त एक्सपारी सोने के अनुबंध में पिछले सत्र से 354 रुपये यानी 1.04 फीसदी की तेजी के साथ 34,380 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि सत्र के दौरान भाव 34,468 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला।
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चांदी का जुलाई अनुबंध 105 रुपये यानी 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 38,470 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ था जबकि इससे पहले चांदी का भाव 38,590 रुपये प्रति किलो तक उछला। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर शुक्रवार को अगस्त डिलीवरी सोने के अनुबंध में 11.45 डॉलर यानी 0.82 फीसदी की तेजी के साथ 1,408.35 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 1,414.95 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि सितंबर 2013 के बाद का स्तर है जब कॉमेक्स पर सोने का भाव 1,416 डॉलर प्रति औंस तक चला गया था। हालांकि चांदी में गिरावट दर्ज की गई। चांदी के जुलाई अनुबंध में 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 15.46 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
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केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने इस बात के संकेत दिए हैं आगामी बैठक में वह ब्याज दर में कटौती कर सकता है जिससे डॉलर में कमजोरी बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में तकरीबन 60-65 फीसदी वित्तीय कारोबार डॉलर में होता है। लिहाजा, डॉलर में कमजोरी आने से निवेशकों का रुझान सोने के प्रति बढ़ता है क्योंकि यह निवेशक का सुरक्षित उपकरण है।
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केडिया के अनुसार, हाल ही में खाड़ी क्षेत्र की घटना के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गई और जब कभी भूराजनीतिक तनाव बढ़ता है या किन्हीं वजहों से आर्थिक गतिविधियां कमजोर होती हैं तो निवेशक स्टॉक के बजाय सोने में निवेश के प्रति उत्साहित होते हैं लिहाजा सोने में तेजी का रुझान बना हुआ है।