नई दिल्ली। देश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) लागू होने से पहले देश में सोने की मांग में जबरदस्त उछाल आया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक जून तिमाही के दौरान देश में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 41 फीसदी का उछाल देखने को मिला है जबकि सोने के सिक्कों और छड़ों की मांग में 26 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
WGC की रिपोर्ट के मुताबिक जून तिमाही के दौरान देश में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग 126.7 टन रही है जबकि पिछले साल इस दौरान 89.8 टन सोने की मांग दर्ज की गई थी। भारत में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में हुई बढ़ोतरी की वजह से वैश्विक स्तर पर ज्वैलरी के लिए सोने की डिमांड 8 फीसदी बढ़ी है, WGC के मुताबिक जून तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर ज्वैलरी के लिए 480 टन सोने की मांग रही है पिछले साल इस दौरान 446 टन की मांग थी।
सिक्कों और छड़ों के लिए सोने की मांग की बात करें तो जून तिमाही के दौरान इसके लिए भारत में करीब 40.7 टन सोने की मांग दर्ज की गई है जबकि पिछले साल इस दौरान 32.3 टन सोने की मांग थी। वैश्विक स्तर पर जून तिमाही में सोने और छड़ों की मांग 13 फीसदी बढ़कर 240.8 टन दर्ज की गई है जबकि पिछले साल इस दौरान यह 212.9 टन थी। चीन दुनियाभर में सोने का सबसे बड़ा कंज्यूमर है और जून तिमाही के दौरान सिक्कों और छड़ों के लिए चीन में सोने की मांग 62.2 टन दर्ज की गई है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 56 फीसदी अधिक है।
WGC ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2017 की पहली छमाही यानि जनवरी से जून के दौरान भारत में सोने की मांग में हुई बढ़ोतरी की वजह GST रहा है। जुलाई से सोने पर 3 फीसदी GST लागू किया गया है, जून में ही 3 फीसदी टैक्स की घोषणा हो गई थी। ऐसे में ज्वैलर्स ने 3-4 डॉलर प्रति औंस का प्रीमियम देखते हुए ज्यादा सोने की खरीद कर ली। ज्वैलर्स क्योंकि पहले ही जरूरत से ज्यादा सोना खरीद चुके हैं ऐसे में 2017 की दूसरी छमाही (जुलाई से दिसंबर) की शुरुआत के हफ्तों में ज्यादा खरीद होने की संभावना नहीं है जिससे मांग कम रहेगी।