नई दिल्ली। अगर आप अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदने की योजना बना रहे हैं तो थोड़ा रुक सकते हैं, क्योंकि सोने की मांग 10 साल के निचले स्तर तक चली गई है जिस वजह इसके भाव पर आने वाले दिनों में कुछ दबाव आने की संभावना बढ़ गई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2018 की पहली तिमाही यानि जनवरी से मार्च के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग घटकर सिर्फ 937.5 टन रह गई है जो 10 साल में पहली तिमाही में सबसे कम मांग है।
भारत में घटी ज्वैलरी की मांग
WGC की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 की पहली तिमाही के दौरान भारत में सोने की ज्वैलरी की मांग में 12 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई है जो 10 साल में किसी तिमाही में तीसरी सबसे कमजोर मांग है। जनवरी से मार्च 2018 के दौरान भारत में ज्वैलरी के लिए सिर्फ 87.7 टन सोने की खपत हुई है जबकि 2017 में इस दौरान 99.2 टन सोने की खपत हुई थी।
कम शादियों की वजह से घटी मांग
WGC के मुताबिक जनवरी से मार्च 2018 के दौरान भारत में शादियों के कम मौके रहे हैं जिस वजह से ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में गिरावट दर्ज की गई है, इस दौरान भारत में शादियों के सिर्फ 7 दिन आए हैं जबकि 2017 की समान अवधि में 22 दिन शादियों का सीजन था। WGC की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ज्वैलरी की मांग घटने की वजह से वैश्विक स्तर पर ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 1 प्रतिशत कमी आई है, वैश्विक स्तर पर इस दौरान ज्वैलरी के लिए 487.7 टन सोने की खपत हुई है जबकि 2017 में इस दौरान 491.6 टन सोने की खपत हुई थी।
निवेश के लिए भी सोने की मांग घटी
WGC की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से मार्च के दौरान वैश्विक स्तर पर निवेश के लिए भी सोने की मांग में गिरावट आई है, रिपोर्ट के मुताबिक भारत में निवेश के लिए सोने की मांग 13 प्रतिशत घटी है जबकि चीन में इसमें 26 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। WGC के मुताबिक एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स (ETF) के जरिए सोने में निवेश में जनवरी से मार्च के दौरान 66 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है जबकि सोने की छड़ों और सिक्कों की मांग में 15 प्रतिशत की कमी आई है।
केंद्रीय बैंकों ने बढ़ाई सोने की खरीद
WGC रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से मार्च के दौरान वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद में 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने कुल मिलाकर 116.5 टन सोना खरीदा है जबकि 2017 की समान अवधि में सिर्फ 82.2 टन सोने की खरीद हुई थी। रूस, तुर्की और कजाकिस्तान के केंद्रीय बैंकों ने सबसे ज्यादा सोना खरीदा है।
भाव में आ सकती है गिरावट
WGC की रिपोर्ट देखकर जानकार मान रहे हैं कि रिपोर्ट सोने के भाव के लिए निगेटिव है, केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया के मुताबिक रिपोर्ट से आने वाले दिनों में सोने के भाव पर दबाव आने के संकेत मिल रहे हैं, उनके मुताबिक वैश्विक बाजार में सोने का भाव 1260-1380 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकता है, फिलहाल वैश्विक बाजार में सोने का भाव 1305 डॉलर के करीब है। विदेशी बाजार में भाव घटने की वजह से घरेलू मार्केट में भी सोने की कीमतें घट सकती है हालांकि घरेलू स्तर भाव रुपए की चाल पर निर्भर करेगा।