नई दिल्ली। वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच पीली धातु यानी सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है, क्योंकि निवेशकों के लिए यह सुरक्षित और पसंदीदा निवेश का सबसे बेहतर विकल्प बन गया है। सोना इस महीने की शुरुआत में ही पैलेडियम से सबसे महंगी धातु का ताज छिनकर अपने सिर सजा चुका है। ऐसे में त्योहारी सीजन में भारत में सोना 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला जाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना फिर 1,530 डॉलर प्रति औंस के पार चला गया है, जबकि कभी सबसे महंगी धातु रही पैलेडियम का भाव टूटकर 1,412.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
सर्राफा बाजार के जानकारों की माने तो अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के कारण वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच निवेशकों का रुझान महंगी धातुओं के प्रति बढ़ा है, खासतौर से सोना उनके लिए निवेश का सबसे सुरक्षित उपकरण बना गया है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है, जिससे भारत में भी सोने और चांदी में उछाल आया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा कि वर्ष 2000 में भारत में सोने का भाव 4,250 रुपये प्रति 10 ग्राम था और इस समय 38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊंचे स्तर पर चला गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 19 साल में सोने का भाव नौगुना से ज्यादा बढ़ा है और बीते दो महीने में 4,000 रुपये से ज्यादा की तेजी देखी गई है तो अगले दो-ढाई महीने में अगर 40,000 रुपये को पार कर जाए तो इसमें आश्चर्य क्या है। केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी कहा कि इस त्योहारी सीजन में भारतीय वायदा और हाजिर बाजार में सोना 40,000 रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ सकता है।
गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के नवंबर 2003 में अस्तित्व में आने के बाद इस पर सोने के वायदे में सोने का भाव 5,810 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जोकि बीते सत्र में मंगलवार (13 अगस्त, 2019) को रिकॉर्ड ऊंचे स्तर 38,666 रुपये तक चला गया। इस प्रकार 16 साल से कम समय में एमसीएक्स पर सोना के भाव में छह गुना से ज्यादा का उछाल आया है।
हालांकि अमेरिका ने मोबाइल फोन, लैपटॉप समेत कुछ खिलौने कपड़े और फुटवेयर जैसे सामानों को एक सितंबर से प्रस्तावि 10 फीसदी शुल्क से 15 दिसंबर तक मुक्त रखने का फैसला किया है, जिसके बाद बीते सत्र में सोने और चांदी के भाव में भारी गिरावट आई, लेकिन बुधवार को फिर तेजी का रुख बना हुआ था।
एमसीएक्स पर बुधवार रात 22.33 बजे सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 461 रुपये यानी 1.22 फीसदी की तेजी के साथ 38,236 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था। इससे पहले भाव 38,340 रुपये तक उछला। एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में 1,032 रुपये यानी 2.39 फीसदी की तेजी के साथ 44,149 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले भाव 44,308 रुपये तक उछला।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने का दिसंबर अनुबंध पिछले सत्र से 19.25 डॉलर यानी 1.27 फीसदी की तेजी के साथ 1,533.35 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था, जबकि इससे पहले भाव 1,534.85 डॉलर प्रति औंस तक उछला। कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में 1.81 फीसदी की तेजी के साथ 17.29 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
केडिया ने कहा कि वैश्विक मंदी की आशंका और पिछले दिनों अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में की गई कटौती से सोने और चांदी को सपोर्ट मिला है। जेम एंड ज्वेलरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट शांतिभाई पेटल ने भी कहा कि त्योहारी सीजन में भारत में सोने और चांदी की मांग बढ़ने और अंतर्राष्ट्रीय बाजार से मिल रहे मजबूत संकतों से सोने का भाव 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को तोड़ सकता है।