नई दिल्ली। वैश्विक संकेतक, कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे और घरेलू आर्थिक आंकड़े अगले सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। बाजार के जानकारों ने यह राय जताई है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों यानि एफआईआई का रुख तथा अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़े बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे। बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों के बाद अगले सप्ताह की शुरुआत नए सिरे से होगी। वैश्विक स्तर पर संकेतक अभी सकारात्मक हैं।’’ मीणा ने कहा कि बाजार में हालांकि उच्चस्तर पर बिकवाली का दबाव रहेगा। उन्होंने कहा कि बाजार की निगाह वैश्विक वृहद आंकड़ों पर रहेगी। 10 नवंबर को अमेरिकी तथा चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं। इसी तरह 12 नवंबर को घरेलू औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े आएंगे। उन्होंने कहा कि बाजार में अब दूसरी तिमाही के नतीजों का अंतिम चरण शुरू होने जा रहा है। ऐसे में कुछ विशेष शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
सप्ताह के दौरान मुथूट फाइनेंस, ब्रिटानिया और महिंद्रा एंड महिंद्रा के तिमाही नतीजे आएंगे। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह भागीदारों की निगाह वृहद आर्थिक आंकड़ों मसलन आईआईपी तथा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर रहेगी, जो कि 12 नवंबर को जारी होगी ।’’ सप्ताह के दौरान भेल, आईजीएल, ओएनजीसी और टाटा स्टील के तिमाही नतीजे भी आने हैं। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 760.69 अंक या 1.28 प्रतिशत के लाभ में रहा। सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा, ‘‘अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़े वैश्विक बाजारों को प्रभावित करेंगे। यहीं नहीं दलाल-स्ट्रीट के निवेशकों की भी घरेलू मुद्रास्फीति पर निगाह रहेगी।’’ शाह ने कहा कि बीते सप्ताह बाजार में जो उतार-चढ़ाव रहा था, वह सिलसिला इस हफ्ते भी कायम रहने की संभावना है।