नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर इस साल अब तक कंपनियों के विलय एवं अधिग्रहण सौदे 3,100 अरब डॉलर मूल्य के रहे। वर्ष 2007 के बाद यह तीसरा सबसे ऊंचा पर पिछले साल के मुकाबले 22 प्रतिशत कम का आंकड़ा है। बाजार पर नजर रखने वाले कंपनी मर्जरमार्किट के अनुसार इस साल अब तक विलय एवं अधिग्रहण के 16,194 सौदों में 3,100 अरब डॉलर मूल्य के सौदे हुए। हालांकि वर्ष 2017 के लिए परिदृश्य फिलहाल अनिश्चित बना हुआ है।
कंपनी का कहना है कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ ये अलग होने, अमेरिका में ट्रंप के नेतृत्व और फ्रांस तथा जर्मनी में आगामी चुनावों को लेकर स्थिति अनिश्चित है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले विलय एवं अधिग्रहण सौदों में मूल्य के लिहाज से 22 प्रतिशत और संख्या के लिहाज से 10 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल वैश्विक स्तर पर 3,900 अरब डॉलर के ऐसे सौदे हुए थे। इससे पहले वर्ष 2007 में 3,700 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदे हुए थे।
अक्तूबर 2016 में हुए सबसे अधिक विलय-अधिग्रहण
- रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष के दौरान अक्तूबर 2016 में सबसे अधिक विलय एवं अधिग्रहण गतिविधियां हुई।
- इस दौरान 1,362 विलय एवं अधिग्रहण में 454.3 अरब डॉलर के सौदे हुए।
- यह मई 2007 के बाद सबसे अधिक मूल्य के सौदे हुए।
- मई 2007 में 546.7 अरब डॉलर के सौदे हुए थे।
- वर्ष 2016 में 10 अरब डॉलर से अधिक मूलय वाले 38 बड़े सौदे हुए जिनका कुल मूल्य 911.5 अरब डॉलर रहा।
- इससे पिछले साल इस स्तर के 57 सौदे हुए जिनका कुल मूल्य 1,500 अरब डॉलर था।
क्षेत्रों के आधार पर विलय-अधिग्रहण
- अलग अलग क्षेत्रों की बात की जाए तो उर्जा, सार्वजनिक उपयोग के सेवाओं और खनन क्षेत्र में 582.80 अरब डॉलर के सौदे हुए।
- ये सौदे 1,351 सौदों के जरिए हुए।
- इसके बाद औद्योगिक और रसायन क्षेत्र का नंबर रहा जिसमें 3,056 सौदों के जरिए 498.5 अरब डालर मूल्य के सौदे हुए।
- प्रौद्योगिकी क्षेत्र में इस दौरान 2,115 सौदों के जरिए 401.4 अरब डॉलर मूल्य के सौदे हुए।
रिपोर्ट के अनुसार चीन के कारोबारी 242 सौदों में 171 अरब डॉलर के सौदों में शामिल रहे। ये सौदे एशिया से बाहर हुए हैं। यह वर्ष 2015 के चीन के पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले 3.5 गुणा अधिक है।