नई दिल्ली। अभी तक के इतिहास में दुनियाभर में लिस्टिड कंपनियों का मार्केट-कैप पहली बार 100 लाख करोड़ डॉलर (7400 लाख करोड़ रुपये) के स्तर को पार कर गया है। मार्केट-कैप को बढ़ाने में सबसे ज्यादा योगदान अमेरिका और चीन के बाजार का है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक 5 दिसंबर, 2020 को ग्लोबल मार्केट कैपिटालाइजेशन (बाजार मूल्यांकन) 100.5 लाख करोड़ डॉलर या 7400 लाख करोड़ रुपये था।
अमेरिकी टेक कंपनियों ने बढ़ाया मार्केट कैप
ग्लोबल स्टॉक के मार्केट-कैप में आई इस तेजी के पीछे प्रमुख वजह अमेरिका में टेक कंपनियों के स्टॉक में आया उछाल रहा है। एफएएएनजीएम से लोकप्रिय इन टेक स्टॉक में बहुत ज्यादा उछाल दर्ज किया गया है। एफएएएनजीएम में फेसबुक, एप्पल, अमेजन, नेटफ्लिक्स, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट शामिल हैं।
मार्केट-कैप के मामले में भारत दसवें नंबर पर
पिछले हफ्ते अंतिम कार्य दिवस पर अमेरिका की लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट-कैप 41.6 लाख करोड़ डॉलर था, जबकि चीन की लिस्टिड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 10.7 लाख करोड़ डॉलर था। 2.4 लाख करोड़ डॉलर या 180 लाख करोड़ रुपये के कुल मार्केट-कैप के साथ भारत दुनियाभर में दसवें नंबर पर है।
24 मार्च को सबसे निचले पाएदान पर था ग्लोबल मार्केट-कैप
ब्लूमबर्ग के मुताबिक 24 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस महामारी के कारण ग्लोबल मार्केट कैप गिरकर 61.6 लाख करोड़ डॉलर के स्तर पर आ गया था, जो 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर था। अमेरिका और चीन ने 2020 में ग्लोबल मार्केट-कैप में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, जबकि टॉप-10 में शामिल अन्य देशों की हिस्सेदारी इस दौरान घटी है।
ग्लोबल मार्केट-कैप में अमेरिका की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा
ग्लोबल मार्केट-कैप में अमेरिका की हिस्सेदारी 2020 की शुरुआत में 39.5 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 41.6 प्रतिशत हो गई है। वहीं दूसरी ओर चीन के बाजार की हिस्सेदारी 10.7 प्रतिशत है, जो साल की शुरुआत में 8.4 प्रतिशत थी। तीसरी सबसे ज्यादा मार्केट कैप के साथ जापान का मार्केट कैप 6.3 लाख करोड़ डॉलर से बढ़कर 6.8 लाख करोड़ डॉलर हो गया, लेकिन ग्लोबल मार्केट-कैप में इसकी हिस्सेदारी 7.2 से घटकर 6.7 प्रतिशत रह गई। इसी प्रकार भारत की हिस्सेदारी भी घटकर 2.4 प्रतिशत है, जो साल की शुरुआत में 2.5 प्रतिशत थी।