नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों के रख तथा बढ़ते भू राजनीतिक तनाव (जियोपॉलेटिकल टेंशन) और कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों के साथ-साथ घरेलू शेयर बाजार पर भी दबाव देखने को मिल रहा है। आने वाले हफ्ते में कई बड़ी कंपनियों के नतीजे जारी होंगे। इन्हीं संकेतों का असर सेंसेक्स और निफ्टी की चाल पर देखने को मिलेगा।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा,
दुनिया भर में निवेशक बढ़ते भू राजनीतिक तनाव और कोरियाई प्रायद्वीप को लेकर चिंतित है। भू राजनीतिक मोर्चे पर कोई प्रमुख घटनाक्रम दुनियाभर के शेयर बाजारों पर असर डालेंगे और भारतीय बाजार भी उसी के अनुरूप प्रतिक्रिया दिखाएगा। उन्होंने कहा कि आगे बाजार की धारणा तिमाही नतीजों से भी निर्धारित होगी।
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इन कंपनियों के तिमाही नतीजे होंगे जारी
इस सप्ताह जिन कंपनियों के नतीजे आने हैं उनमें यस बैंक, हिन्दुस्तान जिंक, माइंड ट्री, एसीसी और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।
बीते सप्ताह बंबई शेयर का सेंसेक्स 245.16 अंक या 0.82 प्रतिशत और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 47.50 अंक या 0.51 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता बंद हुआ।
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क्या है एक्सपर्ट्स की राय
आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इंवेस्टमेन्ट्स के निदेशक एवं शोध प्रमुख अबिनाश कुमार सुधांशु ने कहा, है आगे बंबई शेयर बाजार तिमाही नतीजों से संकेत ग्रहण करेगा और उसी के अनुरूप वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा।
17 अप्रैल को थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आगे कोई भू.राजनीतिक तनाव बाजार पर प्रतिकूल असर डाल सकते हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आगे चौथी तिमाही के नतीजों बाजार की दिशा तय करेंगे।