नई दिल्ली। देश का रत्न एवं आभूषणों का निर्यात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त की पांच माह की अवधि में सात प्रतिशत घटकर 12.4 अरब डॉलर रह गया है। प्रमुख विकसित बाजारों में मांग घटने से रत्न एवं आभूषणों का निर्यात नीचे आया है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इससे पिछले साल की समान अवधि में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 13.4 अरब डॉलर रहा था। जीजेईपीसी ने कहा कि देश के कुल निर्यात में इस श्रम आधारित क्षेत्र का हिस्सा 15 प्रतिशत है।
जीजेईपीसी ने कहा कि रत्न एवं आभूषण निर्यात में गिरावट की प्रमुख वजह स्वर्ण आभूषणों, रंगीन रत्नों और तराशे एवं पॉलिश किए गए हीरों के निर्यात में कमी आना है। हालांकि, इस दौरान सोने के पदकों और सिक्कों तथा चांदी के आभूषणों के निर्यात में क्रमश: 89.4 प्रतिशत और 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
भारत मुख्य रूप से अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन को रत्न एवं आभूषणों निर्यात करता है। देश के कुल रत्न एवं आभूषण निर्यात में अमेरिका का हिस्सा करीब 25 प्रतिशत बैठता है। आंकड़ों के मुताबिक रफ हीरों का आयात 25 प्रतिशत घटकर 5.4 अरब डॉलर रहा, जबकि गोल्ड बार का आयात 6.7 प्रतिशत घटकर 3.4 अरब डॉलर रहा।