नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जुलाई में भारतीय पूंजी बाजार में 2,300 करोड़ रुपए डाले। इससे पिछले तीन महीनों के दौरान उन्होंने भारतीय पूंजी बाजारों से निकासी की थी। कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बीच व्यापार घाटा कम होने की उम्मीद में एफपीआई ने पूंजी बाजारों में निवेश बढ़ाया है। ताजा निवेश से पहले अप्रैल-जून के तीन माह में एफपीआई ने पूंजी बाजारों (ऋण और शेयर) से 61,000 करोड़ रुपए की निकासी की थी। इससे पहले मार्च में एफपीआई ने पूंजी बाजारों में 2,662 करोड़ रुपए डाले थे।
डिपॉजिटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार जुलाई में एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 2,264 करोड़ रुपए तथा ऋण बाजारों में 48 करोड़ रुपए का निवेश किया। इस तरह उनका कुल निवेश 2,312 करोड़ रुपए रहा।
कुल मिलाकर इस साल एफपीआई ने शेयरों से 4,100 करोड़ रुपए निकाले हैं। वहीं उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 38,000 करोड़ रुपए की निकासी की है।