नई दिल्ली। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट देखने को मिली है। 20 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में भंडार 11.98 अरब डॉलर घट गया है। पिछले 6 महीने के दौरान पहली बार भंडार में गिरावट देखने को मिली है। भंडार घटने के लिए कोरोना संकट को जिम्मेदार माना जा रहा है। कोरोना संकट के वजह से रुपये में आई तेज गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक को सिस्टम में डॉलर का प्रवाह बढ़ाना पड़ा था। जिससे भंडार में तेज गिरावट देखने को मिली है।
गिरावट के बाद भंडार घटकर 469.9 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक रिजर्व के हर हिस्से में गिरावट देखने को मिली है। फॉरेन करंसी एसेट पिछले हफ्ते के मुकाबले 10.25 अरब डॉलर घट गया है। वहीं गोल्ड रिजर्व 1 अरब डॉलर घट गया है। एसडीआर और आईएमएफ में रिजर्व पोजीशन में भी गिरावट देखने को मिली है।
भंडार में गिरावट को जानकार चिंता का विषय नहीं मान रहे हैं। दरअसल पिछले कुछ समय से भंडार लगातार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहा था। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि भंडार फिलहाल ऊंचे स्तर पर है और रिजर्व बैंक चाहे तो आगे भी रुपये को बचाने के लिए बिना किसी मुश्किल के कदम उठा सकता है।