नई दिल्ली। निवेशकों ने जून में समाप्त तिमाही के दौरान इक्विटी म्यूचुअल फंड में 11,710 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह मार्च तिमाही की तुलना में 62 प्रतिशत कम है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश में आयी यह गिरावट कोरोना वायरस महामारी के कारण बाजार की अस्थिरता और अनिश्चित आर्थिक माहौल को लेकर है। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, इससे जून तिमाही के अंत में इक्विटी म्यूचुअल फंड का संपत्ति आधार बढ़कर 5.78 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आंकड़ों के अनुसार, जून में समाप्त तिमाही में इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड योजनाओं में निवेश 11,710 करोड़ रुपये रहा। जनवरी-मार्च तिमाही में यह 30,703 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही 2019 में इनमें 17,670 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
इंडस्ट्री के जानकारों ने कहा कि इक्विटी फंड में तिमाही के दौरान शुद्ध प्रवाह में गिरावट कोविड-19 महामारी के कारण बाजार की अस्थिरता और अनिश्चित आर्थिक माहौल के कारण हुई है। जून 2020 की तिमाही में 11,710 करोड़ रुपये के निवेश में से, अप्रैल में योजनाओं में 6,213 करोड़ रुपये, मई में 5,256 करोड़ रुपये और जून में 240.55 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। जून का निवेश पिछले चार साल में सबसे कम रहा। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर (मैनेजर रिसर्च) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि इक्विटी संबंधित योजनाओं में कम निवेश का कारण हाल के दिनों में बाजारों में उछाल को देखते हुए निवेशकों द्वारा बड़ी कंपनियों में की गयी मुनाफावसूली हो सकती है। मार्च तिमाही में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (एसआईपी) के जरिये 25,686 करोड़ रुपये का निवेश आया था। यह जून तिमाही में घटकर 24,416 करोड़ रुपये रह गया।