नई दिल्ली। इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं को जुलाई में शुद्ध रूप से 22,583 करोड़ रुपये का निवेश मिला है। यह लगातार पांचवां महीना है जब इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है। इस दौरान फ्लेक्सी-कैप श्रेणी को सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। जून में इक्विटी म्यूचुअल फंड में शुद्ध निवेश का आंकड़ा 5,988 करोड़ रुपये रहा था। इससे पहले मई में इक्विटी योजनाओं में शुद्ध रूप से 10,083 करोड़ रुपये, अप्रैल में 3,437 करोड़ रुपये और मार्च में 9,115 करोड़ रुपये का निवेश आया था। वहीं मार्च से पहले जुलाई, 2020 से फरवरी, 2021 के दौरान इक्विटी योजनाओं से लगातार निकासी देखने को मिली थी।
इक्विटी योजनाओं में निवेश का प्रवाह अच्छा रहने से जुलाई अंत तक म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) 35.32 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गईं, जो जून के अंत तक 33.67 लाख करोड़ रुपये थीं। आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी सतत् खुली योजनाओं में 22,583.52 करोड़ रुपये का निवेश आया। इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाओं (ईएलएसएस) और वैल्यू फंड को छोड़कर सभी इक्विटी योजनाओं में जुलाई में निवेश आया। हालांकि, माह के दौरान ईएलएसएस से 512 करोड़ रुपये तथा वैल्यू फंड से 462 करोड़ रुपये की निकासी हुई।
इंदौर के आईटी सेज से दोगुना से ज्यादा बढ़ा इन्फोसिस का सॉफ्टवेयर निर्यात
कोरोना वायरस संक्रमण काल में सूचना तकनीक से जुड़ी सेवाओं की वैश्विक मांग में वृद्धि का फायदा इन्फोसिस के इंदौर स्थित आईटी सेज को भी मिला है। मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान दिग्गज आईटी कंपनी के इस विशेष आर्थिक क्षेत्र से सॉफ्टवेयर निर्यात दोगुना से ज्यादा उछाल के साथ 23.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में इंदौर के इन्फोसिस सेज से 11.16 करोड़ रुपये का सॉफ्टवेयर निर्यात किया गया था। अधिकारी ने बताया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में इंदौर के टीसीएस सेज का सॉफ्टवेयर निर्यात करीब 73.50 प्रतिशत के इजाफे के साथ 178.55 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा। वहीं, आलोच्य अवधि में इंदौर स्थित क्रिस्टल आईटी पार्क के सेज से सॉफ्टवेयर निर्यात करीब 27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 136.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बहरहाल, जारी वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में इंदौर के इम्पीटस सेज से सॉफ्टवेयर निर्यात में करीब छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 26.58 करोड़ रुपये रह गया।