नई दिल्ली। विदेशों में ऊंचे भाव पर मांग कुछ कमजोर पड़ने से स्थानीय बाजार में भी सोमवार को नरमी का रुख रहा। सोयाबीन और पामोलिन तेलों में 20 से 100 रुपये क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई लेकिन सरसों में बाजार मजबूत बना हुआ है। नैफेड के पास लगातार ऊंचे भाव पर सरसों के लिये बोलियां आ रही हैं और मांग जारी है। सोमवार को राजस्थान के सुमेरपुर से पांच हजार टन सरसों के लिये 5,113 रुपये पर बोली मिली, वहीं हरियाणा से 3,000 टन के लिये 5,042 रुपये पर बोली प्राप्त हुई। बीस हजार टन की भी अन्य बोलियां विभिन्न कारोबारियों से प्राप्त हुई हैं। एजेंसी कल इन पर फैसला करेगी। पश्चिम बंगाल से सरसों की मांग है। आगरा के सलोनी में 42 प्रतिशत कंडीशन का 5,800 रुपये क्विंटल में काम हुआ है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि सरसों की नई फसल फरवरी-मार्च 2021 तक आयेगी। इस बात को ध्यान में रखते हुये सरकारी एजेंसियों को स्टॉक बिक्री में सावधानी बरतने की जरूरत है। सरसों तेल का कोई विकल्प नहीं हैं। इसकी जरूरत को किसी अन्य तेल से पूरा नहीं किया जा सकता है। तेल सरसों दादरी 10,800 रुपये क्विंटल पर टिका रहा। वहीं सरसों 5,400 से 5,450 रुपये क्विंटल पर बोली गई। गत सप्ताहांत की तेजी के बाद सोमवार को विदेशी बाजारों में कुछ नरमी रही। मलेशिया दो प्रतिशत नीचे रहा तो शिकॉगो में सोयाबीन डीगम एक प्रतिशत तक नीचे बोला गया। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय बाजार में भी सोयाबीन तेल दिल्ली और इंदौर 20- 30 रुपये तक नीचे बोला गया। वहीं कच्चा पॉम तेल एक्स कांडला 80 रुपये गिरकर 8,050 रुपये और पामोलिन दिल्ली का भाव 100 रुपये घटकर 9,500 रुपये क्विंटल रह गया। बिनौला मिल डिलिवरी हरियाणा तेल भी 50 रुपये घटकर 9,450 रुपये क्विंटल बोला गया। मूंगफली तेल में भी 50 रुपये की गिरावट देखने को मिली।