नई दिल्ली। वृहद आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों के अलावा अमेरिका के सीरिया पर मिसाइल हमले से पैदा हुई भू राजनीतिक स्थिति से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। बुधवार को फरवरी महीने के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, चौथी तिमाही के नतीजे, वृहद आर्थिक आंकड़े और वैश्विक बाजार के रूख से कम कारोबारी सत्र वाले बाजारों की दिशा तय होगी। चौथी तिमाही के नतीजों की घोषणा की शुरुआत आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के साथ गुरवार को होगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सीरिया में किसी तरह के बड़े हस्तक्षेप से वैश्विक बाजार प्रभावित हो सकते हैं।
सैम्को सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, बाजार के लिए अगला बड़ा उत्प्रेरक कंपनियों की चौथी तिमाही और सालाना नतीजे होंगे। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती और गुड फ्राइडे के मौके पर शुक्रवार को बाजार बंद रहेंगे।
बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में लगातार दूसरी साप्ताहिक बढ़त दर्ज हुई। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 86.11 अंक या 0.29 प्रतिशत और निफ्टी 24.55 अंक या 0.26 प्रतिशत चढ़ा।