नई दिल्ली। देश की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज ने अपने जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 2.8 गुना बढ़कर 338 करोड़ रुपए हो गया है। जबकि, मार्च तिमाही कंपनी की आय 5 फीसदी गिरकर 3612 करोड़ रुपए रह गई है। हालांकि, तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में 10 रुपए से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।
कंपनी के तिमाही नतीजों पर एक नजर
फाइनेंशियल ईयर 2016-17 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च ) में डॉ रेड्डीज का मुनाफा 122.6 करोड़ रुपए से बढ़कर 338 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, कंपनी की आय 5 फीसदी गिरकर 3611.9 करोड़ रुपए रही है। जबकि, फाइनेंशियल ईयर 2015-16 की चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज की आय 3795 करोड़ रुपए रही थी। यह भी पढ़े:महंगे क्रूड से बढ़ेगा इन कंपनियों का मुनाफा, शॉर्ट टर्म में बड़े रिटर्न की उम्मीद
मार्जिन्स में हुआ सुधार
साल दर साल आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में डॉ रेड्डीज का एबिटडा 480 करोड़ रुपए से बढ़कर 630 करोड़ रुपए रहा है। सालाना आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में डॉ रेड्डीज का एबिटडा मार्जिन 12.8 फीसदी से बढ़कर 17.7 फीसदी रहा है।यह भी पढ़े: अगले 6 हफ्ते में ये 9 कंपनियां शेयर बाजार से जुटाएंगी 15 हजार करोड़ रुपए, आप भी उठा सकते हैं फायदा
ग्लोबल स्तर पर बिक्री घटने से आय में आई गिरावट
सालाना आधार पर चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज की ग्लोबल जेनरिक बिक्री 3077.4 करोड़ रुपए से गिरकर 2913.8 करोड़ रुपए पर आ गई है। इस लिहाज से कंपनी की आय में 5 फीसदी की गिरावट रही है। सालाना आधार पर चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज की नॉर्थ अमेरिका में जेनरिक बिक्री 1895 करोड़ रुपए घटकर 1534.9 करोड़ रुपए रही है।यह भी पढ़े: #Bahubali2: इन छोटे शेयरों में हैं बाहुबली बनने का दम, सालभर में दे सकते हैं 100 फीसदी तक का रिटर्न
देश में बढ़ी जेनरिक दवाओं की बिक्री
सालाना आधार पर चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज की लैटिन यूरोप में जेनरिक बिक्री 175.9 करोड़ रुपए से बढ़कर 206.6 करोड़ रुपए रही है। सालाना आधार पर चौथी तिमाही में डॉ रेड्डीज की भारत में जेनरिक बिक्री 526.7 करोड़ रुपए से बढ़कर 571.1 करोड़ रुपए रही है।