नई दिल्ली। डॉ रेड्डीज ने बुधवार को अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी के मुताबिक सितंबर तिमाही में उनका कंसोलिडेटेड प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 30.22 फीसदी गिरकर 762.3 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल की इसी तिमाही के दौरान कंपनी का प्रॉफिट 1032 करोड़ रुपये रहा था। प्रॉफिट में 30 फीसदी की गिरावट के बावजूद कंपनी के नतीजे बाजार के अनुमानों से बेहतर रहे हैं। इसके साथ ही तिमाही के दौरान कंपनी की आय पिछले साल के मुकाबले 2 फीसदी की बढ़त के साथ 4897 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है। पिछले साल की इसी तिमाही मे कंपनी की आय 4801 करोड़ रुपये के स्तर पर थी।
इसके साथ ही तिमाही के दौरान ग्रॉस मार्जिन 360 बेस प्वाइंट की गिरावट के साथ 53.9 फीसदी के स्तर पर आ गया है। वहीं प्रॉफिट मार्जिन 22.8 फीसदी से गिरकर 15.6 फीसदी पर आ गया है। तिमाही के दौरान कंपनी के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के खर्चे बढ़े हैं। इस तिमाही के दौरान आर एंड डी से जुड़े खर्च 436 करोड़ रुपये रहे हैं, जो कि आय का 8.9 फीसदी हैं। वहीं पिछले साल की इसी तिमाही में रिसर्च और डेवलपमेंट पर आय का 7.6 फीसदी खर्च किया गया है।
नतीजों के बाद डॉ.रेड्डी लैब के सह-चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जी वी प्रसाद ने कहा, ‘‘सभी बाजारों में हमने बढ़त दर्ज की है। साथ ही हमारी उत्पादकता में भी सुधार हुआ है। हमारी शोध टीम कोविड-19 के कई संभावित उपचारों पर काम कर रही है।’’ कंपनी को 22 अक्टूबर को सूचना सुरक्षा से संबंधित घटना का सामना करना पड़ा था। कंपनी ने इसे रैन्सम-वेयर का हमला बताया था।’’ साइबर हमले के बारे में प्रसाद ने कहा कि अभी सभी समाधानों और डेटा की ‘रिकवरी’ का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी महत्वपूर्ण ऑपरेशन नियंत्रित तरीके से किए जा रहे हैं।