मुंबई़। तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक और रूस के बीच उत्पादन कटौती के करार से सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ 33 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर चला गया और अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट भी पांच फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 24 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा था।
तेल बाजार के जानकारों ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से मांग में भारी गिरावट के कारण पैदा हुई कठिनाइयों को दूर करने और बाजार में संतुलन कायम करने को लेकर ओपेक और रूस के बीच तेल के उत्पादन में बड़ी कटौती का करार हुआ है जिससे बाजार को सपोर्ट मिल रहा है।
ओपेक और रूस ने अगले दो महीने यानी मई और जून के दौरान तेल के उत्पादन में 97 लाख बैरल रोजाना कटौती करने का फैसला लिया है। उर्जा विशेषज्ञों ने बताया कि यह करार दरअसल अमेरिका के हस्तक्षेप से हुआ है इसलिए अमेरिका व अन्य देषों द्वारा भी उत्पादन कटौती की उम्मीद की जा रही है जिससे वैश्विक आपूर्ति में तकरीबन 20 फीसदी तक की कमी आ सकती है। जानकारों का यह भी तर्क है कि कोरोना के कहर बरपाने से चरमराई आर्थिक गतिविधियों के कारण तेल की वैष्विक मांग में तकरीबन 35 फीसदी की कमी आई है। ऐसे में बाजार में आपूर्ति व मांग में बहरहाल संतुलन बनता नहीं दिख रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के जून अनुबंध में पिछले सत्र से 4.51 फीसदी की तेजी के साथ 32.90 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान ब्रेंट का भाव 33.25 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। इसी प्रकार न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर डब्ल्यूटीआई के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 5.36 फीसदी की तेजी के साथ 23.98 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 24.59 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। मगर सुबह 10.09 बजे घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल चालू महीने अनुबंध में पिछले सत्र से 237 रुपए यानी 11.39 फीसदी की गिरावट के साथ 1843 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।