नई दिल्ली। बीते दो हफ्ते भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी बेहतर साबित हुए हैं। हालांकि नया हफ्ता अब तय करेगा कि ये बढ़त थमेगी या फिर इसमें आगे भी तेजी देखने को मिल सकती है। दरअसल आने वाले हफ्ते में देश और विदेशी बाजारों से कई अहम संकेत मिलेंगे जो न केवल इस हफ्ते बल्कि आगे के हफ्तों की भी दिशा तय कर सकते हैं।
इस हफ्ते अर्थव्यवस्था के अहम आंकड़े आने वाले हैं वहीं पिछले कुछ दिनों से कोरोना मामलों में दर्ज हुए उछाल के बाद से निवेशकों की कोरोना के प्रसार को लेकर चिताएं बढ़ने लगी है। इस हफ्ते से ही लॉकडाउन को खोले जानी की प्रक्रिया शुरू होगी जिसकी वजह से निवेशक इस हफ्ते कोरोना के आंकड़ों पर कड़ी नजर रखेंगे। वहीं कई कंपनियां भी इस हफ्ते अपने नतीजे जारी करने वाली हैं। जिनका असर कंपनियों के अपने स्टॉक और पूरे सेक्टर पर देखने को मिलेगा। इसके साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व भी इस हफ्ते बैठक करने वाला है जिसका असर विदेशी बाजारों से होते हुए घऱेलू मार्केट पर पड़ सकता है।
सप्ताह के आखिर में देश के औद्योगिक उत्पादन और महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे, जिसका निवेशकों को इंतजार रहेगा। चालू वित्त वर्ष के आरंभिक महीने अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे। बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अप्रैल में औद्योगिक गतिविधियां तकरीबन ठप पड़ गई थीं। निवेशकों की निगाहें मई महीने की खुदरा महंगाई दर पर भी बने रहेगी, जिसके आंकड़े कारोबार सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को ही जारी होंगे।
बीते सप्ताह के आखिर में वेदांता व अन्य कंपनियों के वित्तीय नतीजे जारी हुए और इस सप्ताह के आरंभ में सोमवार को ही टाइटन अपने वित्तीय नतीजे जारी करेंगी। इसके बाद मंगलवार को हीरोमोटोकॉर्प जबकि हिंडाल्को, महिंद्रा एंड महिंद्रा समेत कुछ अन्य कंपनियां बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे शुक्रवार को जारी करेंगी।
इसके अलावा अमेरिका चीन, जापान और यूरोपियन यूनियन में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी बाजार पर असर देखने को मिलेगा। वहीं, बाजार की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी एफपीआई और घरेलू संस्थागत निवेशकों यानी डीआईआई के निवेश के प्रति रूझान पर भी बनी रहेगी।