नई दिल्ली। असंगठित खुदरा व्यापारियों के शीर्ष संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान से आग्रह किया कि हॉलमार्क मानक में 20 कैरेट के आभूषणों को भी जगह दी जाए। पासवान को रविवार को भेजे पत्र में CAIT ने कहा कि इससे देश भर में सर्राफा व्यापारियों को उपभोक्ताओं के लिए कम कीमत पर हल्के आभूषण बनाने में मदद मिलेगी।
CAIT ने कहा कि सरकार 14 कैरट, 18 कैरट और 22 कैरट की शुद्धता को हॉलमार्क मानक में जगह देने पर सहमत हो गयी है। ये अंतरराष्ट्रीय मानक हैं और सरकार देश में इसे लागू करने के लिए तैयार है। CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने पासवान से कहा कि 83.3 प्रतिशत शुद्धता वाले 20 कैरट के आभूषणों का एक नया मानक शामिल किया जाए।
प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक 20 कैरेट को मान्यता देने से देश में सोने के आभूषणों के प्रति विश्वनीयता बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को खरीदते समय गुणवत्ता के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं रहेगा। इससे देश भर में सोने के जेवरों में एकरूपता बनेगी।
सरकार जनवरी से देशभर में सोने की हॉलमार्किंग को जरूरी करने की योजना बना रही है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने नवंबर की शुरुआत में कहा था कि देश में बिकने वाले सोने के सभी उत्पादों को पहली जनवरी से हॉलमार्किंग के दायरे में लाने पर विचार हो रहा है, उन्होंने कहा था कि देश में ज्यादातर लोग सोने की शुद्धता को उसके कैरेट के लिहाज से समझते हैं ऐसे में सोने के गहनों पर उसकी हॉलमार्किंग वेल्यू के साथ कैरेट वेल्यू भी अंकित होगी।