मुंबई। अमेरिका की ब्राजील और अर्जेंटीना से इस्पात और एल्यूमिनियम आयात पर शुल्क लगाने की घोषणा के बाद मंगलवार को घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आई। अमेरिका की इस घोषणा से वैश्विक व्यापार युद्ध में एक नया मोर्चा खुल गया है, जिसको लेकर चिंता पैदा हुई है। वैश्विक बाजारों में कमजोरी का रुख रहा, जिसका असर यहां भी पड़ा। अन्य एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख से भी यहां धारणा प्रभावित हुई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 126.72 अंक या 0.31 प्रतिशत के नुकसान से 40,675.45 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 40,885.03 अंक से 40,554.04 अंक के दायरे में रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 54 अंक या 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,994.20 अंक पर आ गया। वैश्विक व्यापार में नया संघर्ष छिड़ने के बाद धातु कंपनियों के शेयर दबाव में आ गए।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पहले बैंकिंग शेयर भी बिकवाली दबाव में रहे। सेंसेक्स की कंपनियों में येस बैंक में सबसे अधिक 7.81 प्रतिशत की गिरावट आई। टाटा स्टील, वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक और टाटा मोटर्स के शेयर 5.07 प्रतिशत तक नीचे आ गए। वहीं दूसरी ओर बजाज आटो, टीसीएस, कोटक बैंक, इन्फोसिस और एचडीएफसी के शेयर लाभ में रहे। मिडकैप में 0.95 प्रतिशत, स्मॉलकैप में 0.74 प्रतिशत और लार्जकैप में 0.51 प्रतिशत की गिरावट आई।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के अध्यक्ष (इक्विटी शोध) पारस बोथरा ने कहा कि अमेरिका ने अर्जेंटीना और ब्राजील पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिससे घरेलू बाजारों में गिरावट आई। इसके साथ ही अमेरिका ने फ्रांस के दर्जन भर लोकप्रिय उत्पादों पर बड़ा जुर्माना लगाने की भी चेतावनी दी है। वहीं चीन ने अमेरिका के कई गैर सरकारी संगठनों पर प्रतिबंधों की घोषणा की है जिससे चिंता और बढ़ी है। माना जा रहा है कि इन घटनाक्रमों की वजह से अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता प्रभावित होगी।
वहीं घरेलू मोर्चे पर विशेषज्ञों का मानना है कि रिजर्व बैंक पांच दिसंबर को नीतिगत दरों में कटौती कर सकता है। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया स्थिर रुख के साथ बंद हुआ। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,731.33 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 753.99 करोड़ रुपये की लिवाली की। ब्रेंट वायदा 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी गिरावट के साथ बंद हुए। चीनी के शंघाई में मामूली लाभ रहा