मुंबई/नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की वजह से कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन यानि आज गुरुवार को भी भारतीय शेयर बाजार लाल निशान के साथ खुले।दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर सेंसेक्स 910.55 अंक (3.15 प्रतिशत) नीचे पहुंचकर 27,958.96 अंकों के स्तर पर ट्रेड कर रहा है जबकि निफ्टी 276.75 अंक (3.27 प्रतिशत) की गिरावट के साथ 8,192.05 पर ट्रेड कर रहा है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते गुरुवार को भी देश के शेयर बाजारों का बुरा हाल रहा और बीएसई सेंसेक्स सूचकांक शुरुआती कारोबार के दौरान 2100 अंकों से अधिक गिर गया, जबकि एनएसई निफ्टी ने 7900 का स्तर तोड़ दिया। रुपया भी शुरुआती कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 60 पैसे टूटकर 74.87 के भाव पर आ गया। सेंसेक्स में 2152 अंकों की गिरावट के बाद थोड़ा सुधार आया और सुबह साढ़े नौ बजे यह 1812.19 अंकों या 6.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 27,057.32 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह एनएसई निफ्टी 520.85 अंकों या 6.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,947.95 पर था। पिछले सत्र में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,709.58 अंकों या 5.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 28,869.51 पर बंद हुआ था। इसी तरह 50 शेयरों पर आधारित निफ्टी 498.25 अंकों की गिरावट के साथ 8,468.80 पर बंद हुआ था। बजाज फाइनैंस में सबसे अधिक 12 प्रतिशत की गिरावट हुई।
इसके अलावा एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक और एमएंडएम में भी गिरावट हुई, जबकि पावरग्रिड और एनटीपीसी में तेजी आई। कारोबारियों के मुताबिक यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) का 750 अरब यूरो का राहत पैकेज निवेशकों के भरोसे को जगाने में नाकाम रहा। शंघाई, हांगकांक, सियोल और तोक्यो के शेयर बाजारों में भी आठ प्रतिशत तक गिरावट देखने को मिली।
मंदी गहराने की आशंका बढ़ी
हालांकि, कारोबार के दो घंटे बाद बाजार में निचले स्तर से रिकवरी देखी गई लेकिन शेयर बाजार के जानकारों की मानें तो ये अस्थायी है। जानकारों का कहना है कि कारोबार के अंत में बिकवाली बढ़ सकती है। कोरोनावायरस के मामले बढ़ने की वजह से दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों में कमी आई है। इससे मंदी गहराने की आशंका बढ़ रही है। ऐसे में विश्लेषक ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ में 1 प्रतिशत गिरावट का आकलन कर रहे हैं।
विदेशी निवेशक निकाल रहे पैसा
भारतीय बाजार पर अमेरिकी बाजार की गिरावट का असर देखा जा रहा है। बुधवार को अमेरिकी बाजार डाउ जोंस 6.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए थे। एशिया के दूसरे बाजार भी नीचे कारोबार कर रहे हैं। कारोबारियों के मुताबिक, घरेलू बाजार से विदेशी निवेशकों की बिकवाली लगातार जारी है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय बाजार में लगातार शेयर बेच रहे हैं। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार सकल आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 5,085.35 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस बीच वायदा बाजार में बेंट क्रूड 1.61 प्रतिशत की तेजी के साथ 25.28 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार कर रहा था। मार्च महीने में अब तक 43,000 करोड़ के शेयर बेच चुके हैं।
गौरतलब है कि बुधवार (18 मार्च) को बीएसई 29 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ते हुए 1709 अंक (5.59 प्रतिशत) की गिरावट के साथ 28,869 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी की क्लोजिंग 425.55 अंक (4.75 प्रतिशत) नीचे 8,541.50 पर हुई। बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबर्दस्त गिरावट का रुख देखने को मिला। कोरोना के कहर से डाऊ जोंस 20000 के नीचे आ आ गया है। वहीं नैस्डैक भी 4.70 फीसद गिरकर 6989 के स्तर पर आ गया है। एसएंडपी 500 में भी भारी गिरावट देखने को मिली। यह 5.18 फीसद लुढ़क कर 2398 के स्तर पर आ गया है।