नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के शेयर बाजारों में बिकवाली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और इस वजह से भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट का इतिहास बना है। गुरुवार के बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स दिन के कारोबार में 3200 प्वाइंट तक लुढ़क गया जो सेंसेक्स के इतिहास में अंकों के लिहाज से अबतक की सबसे बड़ी गिरावट है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी की बात करें तो उसमें भी दिन के कारोबार में 930 प्वाइंट तक की गिरावट देखने को मिली है जो अंकों के लिहाज से निफ्टी की सबसे बड़ी गिरावट है। फिलहाल सेंसेक्स 3066 प्वाइंट की गिरावट के साथ 32630 पर ट्रेड हो रहा है और निफ्टी 929 प्वाइंट की गिरावट के साथ 9528 पर कारोबार कर रहा है।
सेंसेक्स पर घटने वाली कंपनियां
सेंसेक्स पर आज सबसे ज्यादा गिरावट आईटीसी, स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, ओएनजीसी, हीरो मोटोकॉर्प, टीसीएस और लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में देखने को मिली है। इन सभी कंपनियों के शेयर 10 प्रतिशत से ज्यादा घट गए हैं।
NSE पर यहां सबसे ज्यादा गिरावट
सेक्टर इंडेक्स में गिरावट की बात करें तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सभी सेक्टर इंडेक्स में भारी गिरावट है, सबसे ज्यादा बिकवाली बैंक, मीडिया, रियल्टी मेटल और फार्मा सेक्टर इंडेक्स में देखी जा रही है। निफ्टी की 50 कंपनियों में सबसे ज्यादा कमजोरी भारत पेट्रोलियम, आईटीसी, येस बैंक, स्टेट बैंक और टीसीएस में देखी जा रही है।
दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर सेंसेक्स 3136.60 (8.79 प्रतिशत) अंकों की गिरावट के साथ 32,560.80 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं इसी समय निफ्टी 929.45 अंक यानि 8.89 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 9,528.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
2008 के बाद सेंसेक्स में सबसे बड़ी गिरावट
2008 के बाद पहली बार कारोबार के दौरान सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट दिखाई दे रही है। रिलायंस और टाइटन के शेयरों की गिरावट उन्हें आज के कारोबार के दौरान 52 हफ्तों के लो पर पहुंचा चुकी है। कोरोना को लेकर बढ़ रही घबराहट से दुनिया के साथ भारत के शेयर बाजार में हाहाकार का सिलसिला जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को आधिकारिक तौर पर वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है। कई देशों ने अपने इंटरनेशनल बॉर्डर बंद करने शुरू कर दिए हैं। बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबर्दस्त 5.86 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, बेंचमार्क डाउजोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1,464.94 अंकों की गिरावट के साथ 23,553.22 अंक पर बंद हुआ।
कोरोना का कहर और इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल में गिरावट के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी की आशंका बनी हुई है जिसके चलते बिकवाली का दबाव बना हुआ है। इसके साथ ही यस बैंक के ताजा संकट ने भी बेचैनी बढ़ाई है।