मुंबई। वृहद आर्थिक आंकड़ों के कमजोर रहने से सेंसेक्स और निफ्टी में आज गुरुवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 118.24 अंक यानी 0.28 प्रतिशत गिरकर 41,447.66 अंक पर आ गया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 38 अंक यानी 0.31 प्रतिशत लुढ़क कर 12,163.20 अंक पर आ गया।
खबर लिखे जाने तक सुबह 11 बजकर 18 मिनट पर सेंसेक्स 135.15 अंक यानी 0.33 प्रतिशत टूटकर 41,430.75 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 41.20 अंक यानी 0.34 प्रतिशत लुढ़ककर 12,160.00 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
वित्तीय और वाहन क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से शेयर बाजार में गिरावट आई। बुधवार को जारी आर्थिक आंकड़ों का भी बाजार पर असर पड़ा। खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 7.59 प्रतिशत पर पहुंच गयी। यह इसका साढ़े पांच साल से अधिक का उच्चस्तर है। वहीं, विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के चलते औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) दिसंबर, 2019 में 0.3 प्रतिशत घट गया।
शेयर बाजारों के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 48.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, कोरोना वायरस को लेकर निवेशकों की चिंता बरकरार रहने से अन्य एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला।
रुपया शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 9 पैसे कमजोर
घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती गिरावट और निराशाजनक वृहद आर्थिक आंकड़ों से रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 9 पैसे गिरकर 71.42 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि वृहद आर्थिक आंकड़ों के निराशाजनक रहने से घरेलू मुद्रा पर दबाव रहा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गिरावट के साथ 71.35 रुपये प्रति डॉलर पर खुला तथा शुरुआती कारोबार में बुधवार के बंद से 9 पैसे गिरकर 71.42 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
रुपया बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 71.33 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 7.59 प्रतिशत पर पहुंच गयी। यह इसका साढ़े पांच साल से अधिक का उच्चस्तर है। वहीं, विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के चलते औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) दिसंबर, 2019 में 0.3 प्रतिशत घट गया। बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जैसे कारकों से भी रुपये की चाल पर असर पड़ा।
हालांकि, अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी से रुपये को कुछ समर्थन मिला। इस बीच, ब्रेंट क्रूड 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 55.87 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। शेयर बाजारों के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 48.81 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।