नई दिल्ली। देश का प्रमुख शेयर बाजार बीएसई का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च में 31.75 करोड़ रुपये रहा। बीएसई ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में उसे 1.91 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। शेयर बाजार की परिचालन आय मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में 27 प्रतिशत बढ़कर 152.18 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2020-20 की इसी तिमाही में 119.56 करोड़ रुपये थी। बीएसई के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिये 2 रुपये इक्विटी शेयर पर 21 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है। पूरे वित्त वर्ष 2020-21 (जनवरी-मार्च) में बीएसई का शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत बढ़कर 141.70 करोड़ रुपये रहा जो जो एक साल पहले 2019-20 में 120.61 करोड़ रुपये था। शेयर बाजार की परिचालन आय बीते वित्त वर्ष में 11 प्रतिशत बढ़कर 501.37 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 में 450.51 करोड़ रुपये थी।
वेदांता को 6,432 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ.
वेदांता लि. का एकीकृत शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 6,432 करोड़ रुपये रहा। अधिक उत्पादन तथा लागत कम होने से कंपनी को अच्छा लाभ हुआ है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 12,521 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वेदांता लि. की आय तिमाही में 29,065 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 20,382 करोड़ रुपये थी। वेदांता ग्रुप के सीईओ सुनील दुग्गल ने कहा कि कंपनी का परिचालन प्रदर्शन बेहतर रहा और संरचनात्मक एकीकरण तथा प्रोद्योगिकी के उपयोग के जरिये लागत में कमी के साथ तथा उत्पादन वृद्धि हासिल की गयी। ‘‘हमारी कंपनियों ने अनिश्चित बाजार स्थिति में मजबूती दिखायी है हम अपने कर्मचारियों, भागीदारों और समुदायों को इस कठिन समय में हर संभव सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।’’