नई दिल्ली। एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज BSE शुक्रवार को शेयर बाजार में लिस्ट हो गया है। NSE पर BSE का शेयर 1085 रुपए पर लिस्ट हुआ है। जबकि, इसके IPO का इश्यू प्राइस 806 रुपए था। इसका मतलब यह है कि किसी भी निवेशक ने BSE के आईपीओ में अगर निवेश किया होता तो उसको करीब 279 रुपए प्रति शेयर का फायदा होता।
BSE के शेयर का हाल
- BSE का शेयर NSE पर शानदार लिस्टिंग के बाद जोरदार तेजी दिखा रहा है।
- शेयर 1085 रुपए पर लिस्ट होने के बाद 10 मिनट में ही 1200 रुपए के स्तर पर पहुंच गया था।
- हालांकि अब (10:10 AM) शेयर 330 रुपए बढ़कर 1136 रुपए के स्तर पर है।
निवेशकों के बीच हिट रहा था इश्यू
- ये इश्यू निवेशकों के बीच जबरदस्त हिट हुआ था, 51 गुना भरा था बीएसई का आईपीओ।
- इस इश्यू से एक्सचेंज ने 1234 करोड़ रुपए जुटाए।
- हालांकि ये सारा पैसा निवेशकों के बीच गया है, जिन्होंने ऑफर फॉर सेल के जरिए अपनी हिस्सेदारी बेची है।
- जानकारों ने निवेशकों को इस इश्यू में पैसा लगाने की सलाह दी थी।
अब आगे क्या
BSE की सब्सिडियरी CDSL भी लिस्ट होने की तैयारी में
- BSE की सहयोगी CDSL ने भी लिस्टिंग के लिए बाजार नियामक सेबी के पास अपने दस्तावेज दाखिल किए हैं।
- एंजेल ब्रोकिंग के अनुसार, सेबी के निर्देश के अनुसार BSE को CDSL में अपनी मौजूदा 52 फीसदी हिस्सेदारी घटानी है।
- इसके बाद CDSL से होने वाली कमाई को BSE समेकित नहीं करेगा लेकिन अपने सहयोगियों के आनुपातिक लाभ को शामिल कर सकेगा।
डिविडेंड देने की पॉलिसी बरकरार रखेगी BSE
- BSE के MD और CEO आशीष चौहान ने हाल में एक बिजनेस चैनल को दिए गए इंटरव्यु में कहा था कि BSE निवेशकों को डिविडेंड देने की पॉलिसी बरकरार रखेगा।
- एक्सचेंज अपनी डिविडेंट पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं करने जा रहा है। निवेशकों को आगे भी अच्छा डिविडेंड दिया जाएगा।
विदेशी निवेशकों के पास है बड़ी हिस्सेदारी
- आशीष चौहान के मुताबिक BSE का बिजनेस मॉडल सिर्फ 1 या 2 आय के स्रोत पर निर्भर नहीं है।
- बीएसई में 60 फीसदी विदेशी निवेशकों का हिस्सा है। फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में बीएसई के प्रॉफिट मार्जिन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
IPO के जरिए NSE जुटाएगी 10 हजार करोड़ रुपए
- BSE के कॉम्पिटिटर NSE ने आईपीओ के लिए सेबी के पास पिछले महीने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था। NSE अपने इश्यू से 10,000 करोड़ रुपए जुटा सकता है।