नई दिल्ली। पिछले वित्त वर्ष के दौरान बंबई शेयर बाजार में लिस्टेड 1,000 से अधिक कंपनियों ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) गतिविधियों पर 6,400 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सीआईआई-आईटीसी सेंटर ऑफ एक्सिलैंस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के सर्वे में पता चला है कि 1181 कंपनियों में से 90 फीसदी ने सीएसआर नियमों का पालन किया है।
कंपनियों ने 55% पैसा शिक्षा और स्वास्थ्य पर किया खर्च
रिपोर्ट के अनुसार 1,181 में से 90 फीसदी से अधिक कंपनियों ने सीएसआर नियमों का अनुपालन किया और करीब 6,400 करोड़ रुपए की राशि इस पर खर्च की है। इसमें से 55 फीसदी राशि शिक्षा, कौशल, जीवनयापन, स्वास्थ्य और साफसफाई जैसी सेवाओं पर खर्च की गई है। ज्यादातर कंपनियों की परियोजनाएं देश के औद्योगीकृत हिस्से में हैं। इनमें महाराष्ट्र और गुजरात आगे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 6,400 करोड़ रुपए में से मात्र दो फीसदी राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में दी गई।
शुद्ध लाभ के औसत का दो फीसदी करना होता है खर्च
सीआईआई-आईटीसी सेंटर ऑफ एक्सिलैंस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट बीएसई पर लिस्टेड 1,181 कंपनियों के बीच किए गए सर्वे के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। इन कंपनियों को कंपनी कानून, 2013 के सीएसआर नियमों का अनुपालन करने की जरूरत है। कानून के तहत कुछ निश्चित वर्ग की मुनाफा कमाने वाली कंपनियों को अपने तीन साल के सालाना शुद्ध लाभ के औसत का दो फीसदी सीएसआर गतिविधियों पर खर्च करना होता है। ये नियम 1 अप्रैल, 2014 से अस्तित्व में आए थे।