नई दिल्ली। देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई और एनएसई अगले सप्ताह से इंडियन बैंक और इंटर ग्लोब एविएशन सहित 15 कंपनियों के शेयरों में वायदा एवं विकल्प (एफ एंड ओ) कारोबार की शुरुआत करेंगे।
जिन कंपनियों में वायदा-विकल्प कारोबार की शुरुआत होगी उनमें –पीवीआर, इक्विटास होल्डिंग्स, रिलायंस डिफेंस एण्ड इंजीनियरिंग, मुथूट फाइनेंस, कैपिटल फस्र्ट, सुजलॉन एनर्जी, इंफीबीम इंकॉपोर्रेशन, एस्काटर्स, उज्जीवन फाइनेंसियल सविर्सिज, पिरामल एंटरप्राइजिज, श्री सीमेंट्स और मैक्स फाइनेंसियल सविर्सिज– शामिल हैं।
दोनों शेयर बाजारों ने अलग अलग जारी परिपत्र में कहा है कि ये 15 प्रतिभूतियां इक्विटी वायदा कारोबार वर्ग में 31 मार्च 2017 से कारोबार के लिए उपलब्ध होंगी। वर्तमान में वायदा एवं विकल्प कारोबार वर्ग में कुल मिलाकर 200 कंपनियों की प्रतिभूतियां उपलब्ध हैं।
बाजार नियामक सेबी ने जुलाई 2015 में इक्विटी डेरिवेटिव उत्पाद के लिये न्यूनतम निवेश आकार दो लाख रुपए से बढ़ाकर पांच लाख रुपए कर दिया था। इसके साथ ही इक्विटी डेरिवेटिव अनुबंध के लिए भी न्यूनतम लॉट बढ़ाकर पांच लाख रुपए कर दिया।
सेबी ने म्यूनिसिपल बॉन्ड बाजार को प्रोत्साहन को नियमों में ढील दी
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अगले वित्त वर्ष में निजी नियोजन के आधार पर बॉन्ड जारी करने की योजना बना रहे स्थानीय निकायों को 2013-14 से तीन वित्त वर्षों के लिए अंकेक्षित खाते जमा कराने होंगे।
नियामक ने कहा कि यह फैसला इस बारे में नगर निगमों से विचार मिलने के बाद किया गया है। सेबी ने कहा है कि उनके द्वारा अपनाई जाने वाली परिचालन प्रक्रियाओं के मद्देनजर उसके लिए तत्काल पिछले वित्त वर्ष के लिए ऑडिट खातों का ब्योरा जमा कराना मुश्किल होगा। सेबी के सर्कुलर में कहा गया है कि यह नियम एक अप्रैल, 2017 से लागू होगा।