नई दिल्ली। सरकारी स्वामित्व वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड यानि बीपीसीएल का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में पिछले साल के मुकाबले करीब तिगुना हो गया। अक्टूबर-दिसंबर,2019 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 2,051 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की इसी अवधि में मुनाफा 699 करोड़ रुपये था। मुनाफे में ये उछाल पिछले साल में भारी इन्वेंटरी घाटे के मुकाबले इस तिमाही में दर्ज इन्वेंटरी लाभ की वजह से हुआ है।
कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर-2019 में 100 करोड़ रुपये का इन्वेंट्री लाभ दर्ज किया जबकि उसके पिछले वर्ष कंपनी को इन्वेंट्री पर 2,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इसी दौरान विदेशी मुद्रा घाटा एक साल पहले के 450 करोड़ रुपये से घटकर 96 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के कच्चे तेल के रिफायनिंग मार्जिन और खुदरा बिक्री की स्थिति में सुधार हुआ। कच्चेतेल को रिफाइन करने पर कंपनी का प्रति बैरल मार्जिन एक साल पहले के 2.78 डालर से बढ़ कर 3.23 डालर पर पहुंच गया।
तेल की कीमतों के नरमी से कंपनी को ऑपरेशन ने आय एक साल पहले के 89,324.86 करोड़ रुपये से घटकर 85,926.70 करोड़ रुपये रह गया। बीपीसीएल ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2019 में उसके कोर बिजनेस- तेल शोधन और ईंधन के खुदरा कारोबार से कर-पूर्व मुनाफा एक साल पहले के 637.89 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,246.88 करोड़ रुपये हो गया।