नई दिल्ली। निजीकरण की प्रक्रिया से गुजर रही सरकारी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (बीपीसीएल) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में लगभग दोगुना होकर 2,076 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के द्वारा शेयर बाजार को बृहस्पतिवार को दी गई जानकारी के मुताबिक साल भर पहले इसी तिमाही में उसे 1,075 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। तिमाही के दौरान कंपनी के प्रॉफिट में उछाल इन्वेंटरी गेन की वजह से हुआ है। यानि कंपनी के भंडार में रखे कच्चे तेल पर कीमतों में बढ़त के रुप में कंपनी को फायदा मिला है। इसकी वजह कंपनी के रिफाइनिंग मार्जिन और ईंधन बिक्री में हुये नुकसान की भरपाई हो गई। देश में कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियों में गिरावट के कारण तिमाही में ईंधन की बिक्री पिछले साल के 111.1 लाख टन की तुलना में घटकर 75.3 लाख टन रह गयी।
कंपनी ने कहा, "मुख्य रूप से खुदरा पेट्रोल में 38.77 प्रतिशत, खुदरा डीजल में 34.62 प्रतिशत और एटीएफ में 82.92 प्रतिशत बिक्री की गिरावट आयी है। हालांकि, एलपीजी की बिक्री में 10.83 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।’’ कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि उसके लाभ में वृद्धि मुख्य रूप से सस्ती दरों पर पहले से खरीदे गये कच्चे तेल भंडार से फायदा होने के कारण हुई है। तिमाही अवधि के दौरान कंपनी की ऑपरेशंस से प्राप्त आय 81,296 करोड़ रुपये से घटकर 50,617 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने कहा है कि पूरी दुनिया में कोविड- 19 महामारी के प्रकोप बढ़ने से भारत सहित कई देशों में कामकाज पर असर हुआ है। ‘‘कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की मांग घटने से दाम पर असर पड़ा है और दुनियाभर में पेट्रोलियम कारोबार में मार्जिन भी घटा है।’’