नई दिल्ली। इस सप्ताह बड़े आर्थिक आंकड़े और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के रूझान शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, सप्ताह में घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा बाजार उत्प्रेरक नहीं दिखता है। ऐसे में व्यापक तौर पर बाजार की चाल वैश्विक संकेतकों से तय करेगी। हालांकि, इस दौरान बाजार में सुदृढ़ीकरण करने से इनकार नहीं किया जा सकता।
सिंघानिया ने कहा कि सूचकांक एक मुकाम तक पहुंच चुका है और इसमें अब सुस्ती के संकेत दिख रहे हैं। ऐसे में इसमें समय के मुताबिक तकनीकी सुधार आ सकता है क्योंकि यह कम समय में तेजी से उपर चढ़ा है। सिंघानिया ने कहा, महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा की हालिया सफलता ने निवेशकों को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों पर करीबी निगाह रखने को प्रेरित किया है। हमारा मानना है कि बाजार उत्तर प्रदेश के चुनाव के रख से संकेत लेगा। अगर भाजपा को उ.प्र. में बहुमत मिलने का संकेत मिलता है तो हमें बाजार में एक नई तेजी का दौर देखने को मिल सकता है।
बाजार की नजर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े पर भी होगी जो मंगलवार को आने वाला है। उन्होंने कहा कि वृहद आर्थिक मोर्चे पर विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र का पीएमआई आंकड़ा भी बाजार की धारणा पर असर डालेगा।
आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इंवेस्टमेन्ट्स के निदेशक एवं शोध प्रमुख, अबनीश कुमार सुधांशु ने कहा, उत्तर प्रदेश चुनाव द्वारा बाजार की आगे की दिशा को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वाहन कंपनियों के शेयर भी निवेशकों की नजर में होंगे क्योंकि फरवरी माह के उनके बिक्री आंकड़े बुधवार के बाद आने शुरू होंगे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख राकेश तारवे ने कहा, अगले महीने उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे को देखा जाएगा।