नई दिल्ली। भारती एयरटेल ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 284 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में उसे 15,933 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। हालांकि मार्च में खत्म हुई तिमाही के मुकाबले प्रॉफिट में तेज गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के नतीजों पर नजर रख रहे एक्सपर्ट के अनुमानों के मुकाबले ये नतीजे कमजोर रहे हैं।
मार्च तिमाही के मुकाबले 61% गिरा प्रॉफिट
आज जारी हुए नतीजों के मुताबिक भारती एयरटेल का जून में खत्म हुई तिमाही में प्रॉफिट 284 करोड़ रुपये था, जो कि मार्च तिमाही के मुकाबले 62.7 प्रतिशत नीचे रहा है। वहीं कंपनी ने एक बयान में कहा कि 30 जून को समाप्त पहली तिमाही के दौरान उसकी कंसोलिडेटेड कुल आय सालाना आधार पर 21.2 प्रतिशत बढ़कर 26,854 करोड़ रुपये हो गई। आय में ये तेज बढ़त लो बेस इफेक्ट की वजह से देखने को मिला है, जब पिछले साल कोरोना की वजह से आय पर काफी दबाव देखने को मिला था। वहीं बीती तिमाही के मुकाबले आय में 4.3 प्रतिशत की बढ़त रही है। जून तिमाही के प्रदर्शन के साथ ये लगातार तीसरी तिमाही रही है जब कंपनी ने मुनाफा दर्ज किया है। वहीं उससे पहले लगातार 6 तिमाही एयरटेल घाटे में रही थी।
ARPU और मार्जिन में सुधार
एयरटेल का एआरपीयू यानी प्रति ग्राहक औसत राजस्व जून तिमाही में 146 रुपये था। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि में 138 रुपये था। कंपनी ने कहा कि एआरपीयू में सालाना आधार पर वृद्धि बेहतर ग्राहक बनाने पर जोर देने के साथ ही ग्राहकों द्वारा डेटा की खपत बढ़ाने के चलते है। भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत एवं दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने कहा, ‘‘हमारी एकीकृत आय 26,854 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 4.3 प्रतिशत अधिक है, जबकि एबिटडा मार्जिन 48.9 प्रतिशत से बढ़कर 49.1 प्रतिशत हो गया। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच एयरटेल के समग्र प्रदर्शन ने उसके पोर्टफोलियो के लचीलेपन और ताकत को दर्शाया है।