बजाज फाइनेंस के तीसरी तिमाही के नतीजे बेहतर रहे हैं। दिसंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा 52 फीसदी बढ़कर 1614 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 1060 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। प्रॉफिट में बढ़त के साथ नेट इंट्रेस्ट इऩकम में भी अच्छी बढ़त दर्ज हुई है। इस दौरान कंपनी की एसेट क्वालिटी भी स्थिर रही है।
वहीं मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीने के दौरान कंपनी का हुआ प्रॉफिट पिछले पूरे वित्त वर्ष के कुल प्रॉफिट से भी ज्यादा रहा है। तिमाही के दौरान कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट पिछले साल के मुकाबले 35 फीसदी बढ़कर 1.45 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। नेट इंट्रेस्ट इनकम 42 फीसदी बढ़कर 4537 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुच गई है। नेट इंट्रेस्ट इनकम बैंक की ब्याज आय और उसके द्वारा चुकाए गए ब्याज का अंतर है। इस अवधि के दौरान नए कर्ज में भी 13 फीसदी की बढ़त रही है। तिमाही के दौरान एसेट क्वालिटी स्थिर रही है, पिछली तिमाही के मुकाबले कुल एनपीए स्थिर रहा है। हालांकि नेट एनपीए में मामूली बढ़त दर्ज हुई है।
नतीजों के बाद बजाज फाइनेंस के शेयर में तेज उछाल देखने को मिला है। नतीजों के बाद शेयर में 5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। कारोबार के दौरान शेयर ने साल का नया उच्चतम स्तर भी छुआ।