नई दिल्ली। एंजल ब्रोकिंग के शेयरों की शेयर बाजार में शुरुआत कमजोर रही। कंपनी का शेयर सूचीबद्ध होने के बाद इसके निर्गम मूल्य से 10 प्रतिशत नीचे आ गया। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में एंजल ब्रोकिंग का शेयर सूचीबद्ध होने पर 10.13 प्रतिशत गिरकर 275 रुपए और इसके बाद 16.14 प्रतिशत गिरकर 256.60 रुपए तक नीचे चला गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में भी यह 10.13 प्रतिशत गिरकर 275 रुपए पर आ गया था। सूचीबद्ध होने के बाद बीएसई में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2,390.98 करोड़ रुपए रहा है। इस बीच बीएसई सेंसेक्स 530.18 अंक यानी 1.37 प्रतिशत बढ़कर 39,227.23 अंक पर चल रहा था। वहीं एनएसई का निफ्टी सूचांक 147 अंक यानी 1.29 प्रतिशत बढ़कर 11,563.95 अंक पर पहुंच गया।
एंजल ब्रोकिंग के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पिछले महीने उसके आकार से चार गुणा तक अभिदान प्राप्त हुआ था। कंपनी ने आईपीओ के लिए 305-306 रुपए का मूल्य दायरा रखा था।
देश की सबसे पुरानी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियों में से एक एंजल ब्रोकिंग का आईपीओ 22 सितंबर को खुला था और 24 सितंबर को बंद हुआ था। कंपनी ने इस आईपीओ के जरिये 600 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसमें से 50 फीसदी ओएफएस के जरिये जुटाए गए हैं।
एंजल ब्रोकिंग देश की सबसे पुरानी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी में से एक है। जून 2020 तक ब्रोकिंग वॉल्यूम का 6 फीसदी इसका मार्केट शेयर रहा है। हाल में कंपनी में 15 फीसदी लोगों ने नए अकाउंट खोले हैं। एंजल ब्रोकिंग वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही तक एनएसई का दूसरा सबसे बड़ा ब्रोकर रहा है। कंपनी का रिटेल और बीटूसी ब्रोकिंग पर ज्यादा फोकस है। कंपनी की कमाई ब्रोकिंग और एडवाइजरी, मार्जिन ट्रेडिंग और शेयरों के बदले लोन के कारोबार के जरिये होती है। मार्च 2020 तक कंपनी की आय 742 करोड़ रुपए और मुनाफा 86.6 करोड़ रुपए रहा है। एंजल ब्रोकिंग का मुकाबला 5 पैसा, मोतीलाल ओसवाल, आईआईएफएल फाइनेंस और जियोजित फाइनेंशियल जैसी कंपनियों से है।